सियासत की अपनी-अपनी औरत….! कौन सही कौन गलत : धीरज फूलमती सिंह
कुछ लोग रिया चक्रवर्ती को गाली दे रहे हैं तो कुछ लोगो को रिया चक्रवर्ती औरत नजर आ रही है,इस लिए उसका समर्थन कर रहे हैं,क्योकि नारी अबला होती है। तो वही कुछ लोग कंगना राणावत को औरत समझ रहे हैं,तो कुछ लोग उसका विरोध कर रहे हैं।
अब मुंबई महानगर पालिका की तरफ से कंगना राणावत को नोटिस द्वारा धमकाने का प्रयास हो रहा है कि उनका घर योजनाबद्ध नही बनाया गया है,इस लिए उसे तोड़ना पडेगा! इसी मुंबई महानगर पालिका ने बिहार पुलिस के अधिकारी IPS विनय तिवारी को कॉरोनटाइन किया था,मुझे तो शंका है कंगना राणावत जब 09 सितम्बर को मुंबई पहुचेगी तो कही उनको भी 14 दिन के लिए कॉरोनटाइन न कर दिया जाए ? कोरोना के नियमों का पालन करने के बहाने बदले की कार्यवाही करके उन्हे परेशान न किया जाए ?
दूसरी तरफ रिया चक्रवर्ती को मुलजिम होने के बाद भी महाराष्ट्र सरकार,मुबई पुलिस के द्वारा सुरक्षा मुहैया करवा रही है लेकिन जब केद्र सरकार कंगना राणावत को Y सुरक्षा देती है तो महाराष्ट्र सरकार के गृह मंत्री अनिल देशमुख जी इस बात का खुल कर विरोध कर रहे हैं।
कंगना राणावत को सुरक्षा दी गई है तो कुछ अंधविरोधी लोग उसे डरपोक कह रहे हैं,उसके मर्दानी होने पर सवाल खडे कर रहे हैं। गौर तलब है कि महाराष्ट्र के मुख्य मंत्री श्री उद्धव जी ठाकरे को पिछ्ली रात दुबई से फोन पर किसी ने उनके मातोश्री बंगले को बॉम से उडा देने की धमकी दी तो उनकी सुरक्षा बढा दी गई लेकिन इन्ही लोगों का अब मुंह सील गया है।
मुलजिम रिया चक्रवर्ती आज तक न्यूज चैनल पर साक्षात्कार देती है तो वह अभिव्यक्ति की आजादी होती है लेकिन कंगना राणावत जब बेबाक बयान देती है तो उनको धमकाता जाता है।अपशब्द कहा जाता है। वह अभिव्यक्ति की आजादी नही है शायद ?….कमाल देखिए कि राष्ट्रीय महिला आयोग भी चुपचाप बैठा हुआ है।
धीरज फूलमती सिंह