आप नेता संजय सिंह ट्विटर पर हुए ट्रोल, जाने यूजर्स ने क्यों ‘कहा संजय सिंह झूठा है’

समीर निगम, लखनऊ डेस्क । आप नेता और उत्तर प्रदेश के प्रभारी संजय सिंह सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए और शनिवार सुबह से ही यूजर्स ने उन्हें बुरी तरह ट्रोल करना शुरू कर दिया। ट्विटर इंडिया पर हैश टैग #संजयसिंहझूठाहै दिन भर टॉप में ट्रेंड करता रहा। खबर लिखे जाने तक #संजयसिंहझूठाहै पर लगभग एक लाख से अधिक ट्वीट किए जा चुके थे। कोई उन्हें झूठों का सरदार बता रहा था तो कोई अफवाह फैलाने वाला नेता।

दरअसल आप नेता संजय सिंह ने शुक्रवार शाम को अपने ऑफिसियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट करके एक दलित नेता का फ़ोन आने का जिक्र करते हुए बीजेपी सरकार पर हमला बोला था। संजय सिंह ने अपने ट्वीट में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव मौर्या का भी जिक्र किया था और बीजेपी सरकार को घेरने की कोशिश की थी हालांकि संजय सिंह का ये दांव उल्टा पड़ गया और वो गलत जानकारी ट्वीट करने के चलते सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए।

गलत जानकारी ट्वीट करने के चलते ट्रोल हुए आप नेता संजय सिंह

शुक्रवार शाम को आप नेता संजय सिंह ने अपने ऑफिसियल ट्विटर हैंडल से उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केवल मौर्या को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए हुए भूमि पूजन कार्यक्रम में न बुलाने की बात कही थी। जबकि उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे। आप नेता संजय सिंह ने ट्वीट करके लिखा था कि “आज मुझे एक दलित नेता ने फोन किया बोले भाई साहेब राष्ट्रपति दलित उन्हें नही बुलाया गया उपमुख्यमंत्री मौर्या उन्हें नही बुलाया गया। ऐसा क्यों? भाजपा दलितों को मंदिरों से बाहर क्यों रखना चाहती है?” संजय सिंह ने जैसे ही ये ट्वीट किया, वो सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए। यूजर्स ने संजय सिंह को केशव मौर्या के राम मंदिर शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल होने की तस्वीरें टैग करनी शुरू कर दीं और उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया।

5 अगस्त को अयोध्या में हुए राम मंदिर शिलान्यास कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव मौर्या भी शामिल हुए थे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम के बाद उन्होंने भी दर्शन एवं पूजन किया था। जिसकी तस्वीरें उपमुख्यमंत्री केशव मौर्या ने अपने ऑफियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट भी की थीं। मगर आप नेता संजय सिंह ने बिना इन तथ्यों को जाने बीजेपी सरकार को घेरने की कोशिश की थी मगर गलत तथ्यों को ट्वीट करने के चलते वे खुद सभी के निशाने पर आ गए।