देश में कोरोना की लड़ाई के के बीच एक व्यवसायिक लड़ाई भी चल रही है जी हां आप जान कर हैरान होंगे यह बात सुनकर लेकिन यह सच है जहां एक और एक और पूरा देश कोरोना के वायरस से लड़ने की कोशिश में लगा है वही आपके रोजाना की जरूरत दूध को लेकर कॉर्पोरेट कंपनियों में बाजार को हथियाने की होड़ लग गई है
बाजार में मुख्यतः तीन कंपनियों का कब्जा हैं मदर डेयरी अमूल और पतंजलि । लेकिन लॉकडाउन के बाद इन तीनों कंपनियों का डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क पर काफी फर्क पड़ा है जिसका फायदा बाजार में काफी समय से पैर जमाने की कोशिश में लगी छोटी कंपनियां करने में लग गई है ग्रेटर नोएडा में इसी कोशिश में आज सोशल मीडिया पर एक नया प्रचार शुरू हुआ जिसमें पारस नाम की एक कंपनी ने 1 लीटर दूध पर ₹5 की छूट दी है । साथ ही वो अपने दही पर भी १ पर १ फ्री की स्कीम लाई है ।
वहीं एनसीआर खबर ने जब इसको लेकर मदर डेयरी के सीनियर सुपरिटेंडेंट शरद गर्ग से बात की उन्होंने बताया कि मदर डेयरी का दूध दही और अन्य प्रोडक्ट पूरे दिल्ली एनसीआर में उपलब्ध हैं हमारा हमारा सारा ध्यान अपनी सप्लाई को निरंतर बनाए रखने का है कोई नई कंपनी कुछ समय के लिए क्या स्कीम ला रही है उससे मदर डेयरी की रणनीति नहीं बदलती है
दिल्ली एनसीआर समेत नोएडा ग्रेटर नोएडा के बाजार पर नजर रखने वाले विश्लेषक अतुल श्रीवास्तव का कहना है इसके पीछे कंपनियों की अपनी मार्केटिंग रणनीति तो है ही लेकिन इससे कितना फायदा वह ले पाते हैं यह लॉकडाउन के बाद पता लगेगा क्योंकि अभी की स्थिति में सभी कंपनियों की सेल गिरी है ऐसे में छोटी कंपनियों के सामने परेशानी अपने दूध या अन्य प्रोडक्ट्स को लगातार बेचने की है, बड़ी कंपनियां गिरती हुई सेल को बर्दाश्त कर सकती हैं लेकिन छोटी कंपनियां नहीं कर पाती हैं लेकिन इस समय फिलहाल उपभोक्ता को फायदा है और अगर इस फायदे के समय छोटी कंपनियां अपने प्रोडक्ट की क्वालिटी को मैनेज कर पाते हैं तो उनको आगे बाजार में अपना पैर ज़माने में फायदा हो सकता है लेकिन इसका एक नकारात्मक प्रभाव भी पड़ सकता है अगर यह कंपनियां कम प्राइस के चक्कर में अपने प्रोडक्ट की क्वालिटी को मेंटेन नहीं कर पाए तो कस्टमर वापस भी जा सकता है