पाकिस्तान की जनसंख्या लगभग 22 करोड है और 1540 कोराना केस के बाद भी इमरान खान लॉक डाउन नहीं कर रहे है। लॉक डाउन करने की हिम्मत नहीं हो रही है। कह रहे है,हम ध्यान नहीं रख पायेंगे। अफसोस तो इस बात का होता है कि ऐसा बुज़दिल राजनेता आज भी भारत के कुछ तथाकथित प्रगतिशील बुद्धिजीवियों का आदर्श है।
वही उत्तर प्रदेश की जनसंख्या भी लगभग 22 करोड है,यह एक राज्य है,पाकिस्तान की तरह स्वायत्त देश नही,जो विदेशों से न सहायता ले सकता है,न तो कर्ज।
योगी_आदित्यनाथ — दुर्दिन के साथी
उन्होंने साठ हज़ार गाँव प्रधानों को हुक्म दे दिया है और पैसा भी दे दिया है . अब नतीजा यह होगा कि जो लोग गाँव जा रहे हैं उनको स्कूलों में या बाहर किसी और जगह पर रखने का इंतजाम हो जाएगा।वे लोग वहां कुछ दिन रहकर अपने अपने घरों में जायेंगें !
ग्रामप्रधान से लेकर पटवारी तक को फोन जा रहा है ,कल तक 32 हजार प्रधानों को फोन गया है !पृथ्वी आसमान एक कर दिया है योगी बाबा ने!सबसे अधिक लोग देश के अन्य हिस्सों से उत्तर प्रदेश पहुँचे है,अभी 85 केस है,फिर भी हर जिले में आइसोलेशन वार्ड बन गये है।
प्रशासनिक क्षमता का बेजोड़ प्रदर्शन किया है योगी बाबा ने। कुछ दिन पहले जो पैकेज की घोषणा हुई है ,सबसे पहले योगी जी ने कि थी,उसके बाद भारत सरकार ने की थी, उत्तर प्रदेश मे आधे मजदूरों के खाते में पैसे पहुँच भी गये है।
उत्तर प्रदेश की गद्दी संभलते ही योगी आदित्य नाथ जी का वास्ता गोरखपुर में इसेफ्लिटाइसीस से मर रहे मासूम बच्चो से पडा,उनकी खुब छिछालेदर हुई,जबकि वे अभी-अभी मुख्य मंत्री बने थे लेकिन उस महामारी पर भी उन्होंने बख़ूबी काबू पाया! अब वह बिमारी चर्चा मे नही है।यह कमाल उनके पहले की पूर्ववर्ती सरकारो से कभी नही हो पाया ! उनके बूते की कभी बात ही नहीं थी।इसे तो अपनी प्रशासनिक काबिलियत के बलबुते योगी जी ने संभाला!
आज दिल्ली से पलायन कर रहे प्रवासियों के लिए योगी जी मसीहा बन कर उभरे हैं। जहा हर राज्य बाहर से आए अपने ही लोगो का स्वागत करने मे कतरा रहे हैं, डर रहे है,वही योगी आदित्य नाथ जी ने आनन-फानन मे रातो-रात दिल्ली की छिछले स्तर की राजनीति का मोहरा बने बिन बुलाए अपने लोगो को सुरक्षित करने के लिए मुफ्त 1000 बसो का इंतजाम कर दिया, दिल्ली सीमा के पास सबको सुरक्षित रखकर जांच होगी फिर सबको गांव भेजा जाएगा! यही पर उनके खाने-पीने,रहने का बंदोबस्त किया गया है।
अपने लोगो को सुरक्षित करने के लिए यह बंदा कई रातो से ठीक ढंग से सोया तक नहीं है,कोरोना के प्रकोप की वजह से जहा हर राजनितीज्ञ लोगो के बीच जाने से डर रहे हैं, वही यह बंदा आम लोगो के बीच जाकर उनका हाल चाल पूछ रहा है,अपनी जनता के साथ खडा है।
अंधविरोधीयो का क्या है ? उनकी रोज़ी रोटी तो विरोध से ही चलती है,इन सबकी तरफ से बेपरवाह योगी जी रात दिन अपनो की मदद के लिए खडे है। दिल्ली की निम्न स्तर की राजनीति के चलते मजदूरों के अनियंत्रित सैलाब को बखूबी इस बंदे ने नियंत्रित कर लिया! मुसीबत में जहा बडे- बडे लोगो के हाथ पांव फूल जाते हैं,वही सेनापति की तरह त्वरित निर्णय लेने,तुरंत कार्यवाही की काबिलियत योगी जी को भारत के दुसरे मुख्यमंत्रियो से बिलकुल जुदा करती है। एक लिडर बनाती हैं।
योगी जी आपकी राजनैतिक विचारधारा जो भी हो मुझे फर्क नही पडता लेकिन धर्म,जाति, नस्ल से परे जाकर उत्तर प्रदेश के मुसीबतजदा लोगो के लिए उनकी मुसीबत में उनके साथ खडा रहना,उनका साथ देना,आपका यह सहारा इतिहास याद रखेगा !
योगी जी मै जानता हूँ,अपने सीमित संसधानों में इससे सुंदर,इससे बेहतरीन और कुछ नहीं किया जा सकता था । इस बार उत्तर प्रदेश के सिंहासन पर मुख्यमंत्री के तौर पर एक ऋषि काबिज हुआ है। योगी आदित्य नाथ जी एक महा मानव है।….शत शत नमन!
धीरज फूलमती सिंह की वाल से