आखिरकार 7 साल बाद निर्भया को न्याय मिल गया। 20 मार्च 2020, सुबह 5.30 के तय वक्त पर चारों दोषियों को फांसी हो गई। फांसी से पहले का आधा घंटा काफी महत्वपूर्ण रहा। इस दौरान दोषियों ने खुद को बचाने की कोशिश की। वे रोए, फांसी घर में लेट तक गए। लेकिन आखिरकार वह न्याय हुआ जिसका देश लंबे वक्त से इंतजार कर रहा था।
तिहाड़ में फांसी के दौरान जेल के बाहर लोग एकजुट थे। सभी फांसी का इंतजार कर रहे थे। फांसी के बाद तिहाड़ के बाहर जश्न का माहौल था। लोग मिठाई बांट रहे थे। वहां निर्भया के दोषियों के वकील एपी सिंह के खिलाफ नारेबाजी भी हुई।