कोरोना लॉकडाउन ज़मीनी सच : EMI पर सरकारी राहत का बैंको पर असर नहीं

कोरोना वायरस से लड़ने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है किस दिनों के लोग डाउन के बाद सामने आए जनता की समस्याओं पर प्रयास कर भी रही है ऐसे में कई ऐसे मुद्दों पर सरकार ने व्यापक फैसले लिए जिम में एक मुद्दा था बैंकों द्वारा ली जा रही है EMI का देश के बड़े शहरों में रहने वाले लगभग सभी लोगों के पास किसी ना किसी चीज की ईएमआई चल रही है ऐसे में जब 21 दिन का लॉक डाउन है और एमआई की डेट पास आ रही है लोगों ने अपील की थी कि कम से कम 2 महीने या 3 महीने की ईएमआई सरकार रुकवा दे लोग सलाह पर आरबीआई ने बैंकों को और फाइनैंशल इंस्टिट्यूशन को सलाह भी दी थी कि अगर वह 3 महीने तक ईएमआई ना लें तो बेहतर रहेगा लेकिन जमीनी सच यह है कि एक सलाह थी उसको मानना ना मानना बैंकों पर निर्भर है

बैंकों ने अपने कस्टमर्स को EMI के लिए मेल्स भेजने शुरू कर दिए हैं जिसके बाद एक बार फिर से लोगों में पैनिक क्रिकेट होना शुरू हो गया नोएडा ग्रेटर नोएडा में लोगों ने मकान लिए तो हैं लेकिन सब की ईएमआई चल रही है जिसके बाद कल डीएम ने एक आदेश जारी किया था कि किरायेदारों से किराया नहीं लिया जाएगा ऐसे में किराया आएगा नहीं और ईएमआई देनी पड़ेगी तो जिन लोगों ने इन्वेस्टमेंट के लिए लोन लेकर मकान खरीदे हुए हैं उनके लिए स्थिति गंभीर हो गई है

नोएडा के सेक्टर 74 के सुपरटेक केपटाउन सोसाइटी के निवासी शैलेंद्र वर्णवाल ने बताया कि आज उन्होंने आरबीआई, प्रधानमंत्री मोदी जी,वित्त मंत्री सीतारमण जी,मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी एवं डीएम गौतम बुद्ध नगर को होम लोन की EMI को लेकर आरबीआई की गाइडलाइन को इंडिया बुल्स के द्वारा नहीं मानने को लेकर ट्वीट किया l उन्होंने इंडियाबुल्स से होम लोन लिया है l इंडिया बुल्स ने अगली ईएमआई जमा करने की नोटिस भेज दी,जबकि अभी चंद दिन पहले ही आरबीआई ने लॉक डाउन के कारण लोन की ईएमआई बढ़ने पर 3 महीने की राहत की घोषणा की थी l शैलेंद्र ने कहा कि वह सेल्फ एंप्लॉयड है आज सुबह जब ईएमआई जमा करने का मेल देखा तो वह परेशान हो गएl क्योंकि लॉकडाउन के कारण वह घर पर हैं, सोसाइटी सील हुई हुई है ,कोई काम नहीं हो पा रहा l शैलेंद्र का
परिवार में तनाव है कि अगली EMI की किस्त कैसे भरी जाएगी l EMI अलावा अन्य खर्चे पहले से बोझ बनी हुई है l फल सब्जियों राशन का रेट पहले से काफी बढ़ चुका है l