सेक्टर 74 में सुपरटेक केपटाउन सोसाइटी में एओए बनने के बाद निवासियों का जीवन और हुआ बेहाल। भारत जागरूक नागरिक संगठन के अध्यक्ष एवं सोसायटी के निवासी शैलेंद्र वर्णवाल ने बताया कि अभी तक सोसायटी के क्लब में बिल्डर व्यवसायिक गतिविधियां तो करा ही रहा था अब उसने सोसायटी के दूसरे ओपन कॉमन एरिया में भी व्यवसाई गतिविधियां करा रहा है।
अभी ओपन एरिया में एक आइसक्रीम शॉप खुल गई है। आइसक्रीम के पैकेट, रैपर आदि बिखरे पड़े हैं। सुबह शाम वॉक करने वाले बुजुर्गों युवाओं महिलाओं को दिक्कत हो रही है । रेसिडेंट के तरफ से विरोध होने पर निर्वाचित एओए ने विरोध जताया लेकिन मेंटेनेंस ने इसे हटाने के लिए मना कर दिया। मेंटेनेंस की तरफ से कहा गया कि 2 दिन का डेमो के लिए करार है तब तक यह रहेगा।अर्थात बिल्डर के तरफ से एओए की आपत्ती को नकार दिया गया।
सोसायटी के निवासियों में चर्चा है कि बिल्डर इसको परमानेंट दुकान खोलने का परमिशन इसे दे दिया है।इसलिए आपत्ति जताने के बाद भी इसे नहीं हटा रहा । सोसायटी के लोग जब बिल्डर से बात करने जाते हैं तो उधर से कहा जाता है कि आप अपनी आपत्तियां एओए के तरफ से दर्ज कराएं दूसरी तरफ एओए की बात सुनने से मना कर देता है ।ज्ञात हो कि सोसाइटी में वैसे ही ग्रीन एरिया एवं ओपन एरिया की कमी है। बिल्डर किसी न किसी बहाने से अपनी व्यवसायिक गतिविधि चलाना चाहता है एवं अन्य टावर और फ्लैट बनाना चाहता है। बिल्डर की सामाजिक भूमिका एवं जिम्मेदारी बिल्कुल नगण्य है ।वह सिर्फ वैसे अधिक से अधिक कमाना चाहता है