वाशिंगटन (प्रेट्र)। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने ध्वनि की गति से चलने वाले सुपरसोनिक पैराशूट का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। इसी तरह के पैराशूट को मंगल मिशन 2020 के दौरान इस्तेमाल किया जाना है। द एडवांस सुपरसोनिक पैराशूट इंफ्लेशन रिसर्च एक्सपेरीमेंट (एस्पायर) नामक इस पैराशूट को नासा के वैलप्स केंद्र से एक रॉकेट से 31 मार्च को लांच किया गया। इसका मकसद लाल ग्रह सरीखी परिस्थितियों में पैराशूट का परीक्षण करना है जिससे कि अभियान के दौरान पैराशूट मंगल पर आसानी से प्रवेश और लैंड कर सके।
लांच के बाद यह पैराशूट अटलांटिक महासागर में जा गिरा जहां से इसे नौका की मदद से निकाल लिया जाएगा। पिछले कुछ समय से अटलांटिक महासागर में मौसम खराब होने के कारण एस्पायर की लांचिंग में देरी हो रही थी। अब वैज्ञानिक महासागर से निकाले गए पैराशूट और कैमरे व अन्य उपकरणों में एकत्रित डाटा का अध्ययन करेंगे। इसके बाद नासा के 2020 अभियान में मंगल पर भेजे जाने वाले रोवर के लिए पैराशूट तैयार किया जाएगा। छह पहियों वाले इस रोवर को नासा के क्यूरियोसिटी रोवर के आधार पर तैयार किया जाना है। लाल ग्रह पर जीवन की तलाश के साथ यह रोवर पृथ्वी पर लाने के लिए चट्टानों के नमूने भी जुटाएगा।