संयुक्त राष्ट्र में थोड़ी देर में गूंजेगी मोदी की हिंदी

न्यूयार्क। अमेरिका प्रवास के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुछ देर बाद संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करेंगे। हमेशा की तरह यहां भी मोदी हिंदी में ही भाषण देंगे। इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने संयुक्त राष्ट्र में हिंदी में तब भाषण दिया था जब वह जनता पार्टी की सरकार में मंत्री थे।

अपने संबोधन में मोदी पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ द्वारा कश्मीर मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र में उठाने के बाद इसपर भारत का पक्ष भी रखने वाले हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने कहा है प्रधानमंत्री अपने संबोधन में पाकिस्तान को इस मुद्दे पर करारा जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि हालांकि यह हमारा विशेषाधिकार है कि हम इस मुद्दे पर कुछ कहते हैं या नहीं। प्रवक्ता का कहना था कि भारत शरीफ द्वारा कश्मीर में जनमत संग्रह की मांग को सिरे से खारिज करता है।

गौरतलब है कि नवाज शरीफ ने कश्मीर मुद्दे पर जनमत संग्रह कराने की मांग की थी। उनका कहना था कि भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर एक मुख्य मुद्दा है और इसे ज्यादा समय तक उपेक्षित नहीं रखा जा सकता। पाकिस्तान शांति के साथ कश्मीर मुद्दा सुलझाने का पक्षधर है। इसके साथ ही शरीफ ने भारत पर विदेश सचिव स्तर की वार्ता रद कर एक अवसर गंवाने का भी आरोप लगाया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूयॉर्क में ग्राउंड जीरो स्थित ट्विन टावर मेमोरियल जाकर 9/11 के आतंकी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्घांजलि दी। मोदी भारतीय समयानुसार शनिवार शाम को ग्राउंड जीरो स्थित मेमोरियल और म्यूजियम पहुंचे। उनके साथ प्रतिनिधि और सुरक्षाकर्मी मौजूद थे। अमेरिका में इस आतंकी हमले में तीन हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी।

मोदी से मुलाकात का इंतजार

इस बीच, मोदी के अमेरिका पहुंचने पर व्हाइट हाउस ने घोषणा में कहा कि वह भारत-अमेरिका की साझेदारी को बहुत महत्व देता है। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा इस वादे को पूरा करने के लिए मोदी से मुलाकात का इंतजार कर रहे हैं। व्हाइट हाउस के प्रेस सेक्रेटरी जोश अर्नेस्ट ने कहा, ‘यह दौरा भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी को बढ़ाने की दिशा में साझा हितों के कई मुद्दों पर चर्चा का अवसर होगा।’ दोनों देशों और विश्व को दीर्घ अवधि तक लाभान्वित करने के लिए आर्थिक विकास को ब़़ढावा देने और सुरक्षा सहयोग को बढ़ाने के तरीके पर चर्चा करेंगे। साथ ही, अफगानिस्तान, सीरिया और इराक सहित क्षेत्रीय मुद्दों पर बातचीत की जाएगी। गौरतलब है कि मुलाकात के पहले ओबामा मोदी के लिए निजी दावत का आयोजन करेंगे जिसके बाद दोनों मंगलवार को ओवल ऑफिस में भेंट करेंगे।