भले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति बराक ओबामा साथ डिनर न कर पाए हों, लेकिन दोनों ने एक प्रतिष्ठित अखबार के लिए मिलकर एक लेख लिखा है। अपने-अपने चुनाव प्रचार अभियान के दौरान टेक्नॉलजी का इस्तेमाल करने के बाद ओबामा और मोदी ने इस लेख को लिखने के लिए पहली बार एक दूसरे से डिजिटल मीडियम से बातचीत की।
2 घंटे की अनौपचारिक मुलाकात के बाद दोनों पक्षों ने एक विजन स्टेटमेंट जारी की, जिसका टाइटल था- चलें साथ साथ। इसके बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ओबामा ने एक संयुक्त संपादकीय लिखा है। यह लेख अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट के ऑप एड पेज पर छपा है।
जब प्रवक्ता से पूछा गया कि दोनों नेताओं ने इस लेख के लिए किस तरह से तालमेल बिठाया, उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति ओबामा डिजिटल स्ट्रैटिजी के बहुत ही बड़े पैरोकार हैं। इसलिए उनके लिए डिजिटल मीडियम से संवाद करना बेहद आसान था।’ जब उनसे पूछा गया कि अगर दोनों नेता डिजिटली इतने ऐक्टिव थे, तो उनके बीच इससे पहले विचारों का आदान-प्रदान क्यों नहीं हुआ, उन्होंने कहा कि इंतजार कीजिए और देखते जाइए।
इस संपादकीय को प्रधानमंत्री के यहां पहुंचने के बाद ही अंतिम रूप दिया गया। अकबरुद्दीन ने यह भी कहा है कि पहली बार कोई भारतीय नेता संयुक्त संपादकीय लिखने की दिशा में आगे बढ़ा है। प्रधानमंत्री ने अमेरिका आने से पहले वॉल स्ट्रीट जर्नल में एक आर्टिकल लिखा था। वह मई में सत्ता संभालने के बाद पहली बार अमेरिका यात्रा पर आए हैं।