उत्तर प्रदेश के बिजनौर में शुक्रवार को हुए धमाके के सिलसिले में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। यह धमाका उस वक्त हुआ था, जब सिमी के कुछ आतंकी बम तैयार रहे थे। इनमें बीते साल अक्टूबर में मध्य प्रदेश की खांडवा जेल से फरार हुए सिमी के 5 आतंकी भी शामिल थे। आशंका है कि ये आतंकी यूपी में बड़ी वारदात को अंदाम देने की तैयारी में थे।
बिजनौर जिले के एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने फोन पर बताया, ‘आरोपियों में से एक के क्लीनिक से मिले दस्तावेजों और सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि ये वही लोग हैं, जो बीते साल मध्य प्रदेश की जेल से भागे थे।’ इन आतंकियों की पहचान असलम अय्यूब, जाकिर, महबूब, सलीक, अमजद और एजाजुद्दीन के तौर पर हुई है। इनमें से एक महबूब उर्फ गुड्डू साल 2008 के अहमदाबाद सीरियल बम धमाको में भी आरोपी है।
जब ये लोग बम तैयार कर रहे थे, अचानक वह फट गया। इसके बाद ये लोग अपने घायल साथियों को यह कहते हुए बाहर ले आए कि प्रेशर कुकर फट गया है। बाद में वे इलाज के लिए एक स्थानीय डॉक्टर के पास भी गए और फर्स्ट एड करवाने के बाद वहां से चले गए। अब ये लोग बिजनौर छोड़कर फरार हो चुके हैं और एजेंसियां इनकी तलाश में जुटी हुई हैं। यूपी पुलिस, एटीएस और अन्य खुफिया एजेंसियां नजदीकी अस्पतालों में भी इन्हें तलाश कर रही है।
ये सभी लोग पिछले 4 महीने से बिजनौर के जाटान मोहल्ले में रह रहे थे। पुलिस ने इनके ठिकाने से 9mm की पिस्टल, लैपटॉप, मोबाइल, सिमकार्ड, बम बनाने की सामग्री, गैस सिलिंडर और तीन आईडी कार्ड बरामद किए हैं। आईडी कार्ड्स से पता चला है कि वे हिंदू बनकर रह रहे थे। बम बनाने का सामान मिलने से अंदाजा लगाया जा रहा है कि ये सभी यूपी को दहलाने की साजिश रच रहे थे।
बीते साल 1 अक्टूबर को रात 3 बजे खांडवा जेल से 7 कैदी फरार हो गए थे, जिनमें से 6 सिमी के सदस्य थे। इन सभी को अलग-अलग जेलों से एक एसटीएफ जवान की हत्या के मामले में पेशी के लिए खांडवा लाया गया था। रात को इन्होंने टॉइलट के शीशे तोड़े और चादरों की रस्सी बनाकर नीचे उतर गए। इसके बाद वहां पर तैनात गार्ड्स पर हमला बोलकर वहां से फरार हो गए। इनमें एक को अगली सुबह अरेस्ट कर लिया गया और इनका सरगना अबु फैजल 2 महीने बाद पकड़ा गया था। बाकी के 5 लोग अभी फरार चल रहे हैं, जो बिजनौर की घटना में भी शामिल थे।