मोदी सर की क्लास हुई शुरु

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थोड़ी ही देर में देश भर के छात्र-छात्राओं से रूबरू होंगे। शिक्षक दिवस के अवसर पर मोदी भी एक शिक्षक के रूप में दिखेंगे। बच्‍चों से बातचीत करेंगे, उनसे सवाल करेंगे और उनके सवालों का जवाब देंगे।

मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने मोदी के भाषण को दिखाने और सुनाने के लिए सभी स्कूलों का इंतजाम करने का निर्देश दिया है।

दूरदर्शन और उसके सभी क्षेत्रीय टीवी चैनल समेत मानव संसाधन विकास मंत्रालय और दूरदर्शन की वेबसाइट से मोदी के भाषण का सीधा प्रसारण किया जाएगा। सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर भी पीएम के भाषण का वेबकास्ट दिखाया जाएगा।

गुरुवार को प्रधानमंत्री मोदी ने शिक्षक दिवस को सम्मानित होने वाले 350 शिक्षकों से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि अध्यपान जीवन धर्म है। पेशा नहीं हैं। मोदी ने कहा कि गुजरात का पहली बार मुख्यमंत्री बनने पर उनकी दो इच्छाएं थीं। बचपन के दोस्तों और उन सभी अध्यापकों से मिलना। जिन्होंने उन्हें पढ़ाया है।

उन्होंने कहा, मेरी ये दोनों इच्छाएं पूरी हो गई। किसी भी छात्र के जीवन में अध्यापक की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने मजाक में कहा कि उन्हें उम्मीद है कि पुरस्कृत अध्यपाक दिल्ली की हवा से प्रभावित नहीं होंगे। मोदी ने कहा कि अगर समाज को प्रगति करनी है तो अध्यापकों को हमेशा समय से दो कदम आगे रहना होगा। उन्हें दुनिया भर में हो रहे परिवर्तनों की समझ रखनी होगी और उसके अनुरूप नई पीढ़ी को तैयार करना होगा।

उन्होंने कहा कि अध्यापक कभी भी रिटायर नहीं होता है और हमेशा नई पीढ़ी को ज्ञान देने का प्रयास जारी रखता है।