भारत ने पाकिस्तानी उच्चायुक्त अब्दुल बासित के उस बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि हाफिज एक पाकिस्तानी नागरिक है, और वह पूरे देश में कहीं भी घूमने के लिए आजाद है। भारत ने कहा है कि वह हाफिज सईद को मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड मानता है और यह पाकिस्तान की जिम्मेदारी है कि वह जमात उद दावा के चीफ को अरेस्ट करके उसपर कार्रवाई करे।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने कहा, ‘हाफिज सईद को लेकर हमारा नजरिया बिल्कुल साफ है। हमारे लिए वह मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड है और लोगों की जान लेने के लिए उसके उपर भारतीय अदालतों में केस चल रहा है। हमने पाकिस्तान से बार-बार कहा है कि उसे पकड़ा जाना चाहिए और न्यायिक प्रक्रिया के अंतर्गत उस पर केस चलना चाहिए।’
उन्होंने कहा, ‘हमें अफसोस है कि वह कभी भी 26/11 के हमलों के आरोप में कभी गिरफ्तार नहीं किया गया। वह सिर्फ इसीलिए आजाद घूम रहा है क्योंकि वह एक पाकिस्तानी नागरिक है।’
भारत की तरफ से यह प्रक्रिया पाकिस्तान के हाई कमिश्नर अब्दुल बासित के उस बयान के चंद घंटों बाद ही आई है, जिसमें उन्होंने हाफिज सईद का बचाव किया था। उन्होंने कहा था, ‘हाफिज सईद एक पाकिस्तानी नागरिक है और वह कहीं भी घूमने के लिए आजाद है। इसमें मसला क्या है, वह एक आजाद नागरिक है और इसलिए पाकिस्तान के लिए यह कोई मुद्दा नहीं है। अदालत में न तो उसके खिलाफ कोई मामला ही है।’
यह पूछे जाने पर कि पाकिस्तान तो कहता रहा है कि हाफिज सईद के खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं हैं, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘इस मामले से जुड़े 99 प्रतिशत सबूत पाकिस्तान में हैं, क्योंकि यह सारी साजिश पाकिस्तान में रची गई थी। पाकिस्तान में मुंबई हमलों को फाइनैंस किया गया था और इस सारे मामले में पाकिस्तान से जुड़े लोग ही शामिल थे। इसीलिए हमारा मानना है कि पाकिस्तान को यह तय करना चाहिए कि हाफिज सईद जैसे गुनहगारों को अदालतों में लाए जाएं और उन्हें मुंबई जैसे मामलों में सजा दी जाए।’
26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुए आतंकी हमलों में 166 लोग मारे गए थे। भारत के खिलाफ लगातार जहर उगलने वाले सईद को भारत में तमाम आतंकी गतिविधियों के लिए जिम्मेदार माना जाता है।