सरकार ने मंगलवार इस आरोप का खंडन किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईद के अवसर पर मुस्लिम समुदाय को ईद की मुबारकबाद नहीं दी थी।
लोकसभा में मंगलवार तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों द्वारा यह मुद्दा उठाए जाने पर संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा यह सरकार सर्वधर्म समभाव में विश्वास करती है और ईद के मौके पर प्रधानमंत्री की ओर से मुस्लिम समुदाय को ईद की मुबारकबाद दी गई थी।
तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय ने सदन में यह मामला उठाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने सोमवार नेपाल में, पशुपतिनाथ मंदिर जा कर पूजा अर्चना की।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा उठाए गए इस कदम (पूजा) की हम सराहना करते हैं। लेकिन साथ ही हम उम्मीद करते थे कि प्रधानमंत्री को ईद की मुबारकबाद भी देनी चाहिए थी।
उन्होंने कहा कि सभी जातियों, धर्मों के लोगों को विजय दशमी के अवसर विजय दशमी की और ईद के अवसर पर ईद की बधाई देनी चाहिए। इसमें भेदभाव क्यों बरता जाता है।
सदन में मौजूद नायडू ने इसका जोरदार खंडन करते हुए कहा कि ईद के दिन प्रधानमंत्री ने ईद की मुबारकबाद दी थी। उल्लेखनीय है कि ईद के दिन प्रधानमंत्री ने अपने बधाई संदेश में कहा था ईद..उल..फित्र की बधाई हो। यह पवित्र दिन हमारे देश भर में शांति, एकता और भाईचारे के बंधन को और मजबूत करें।
बाद में कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी ने प्रधानमंत्री द्वारा रमजान के महीने में इफ्तार पार्टी नहीं देने का मुद्दा उठाया और कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी तक ने इफ्तार पार्टी दी थी। अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि यह बहुत ही व्यक्तिगत मामला है और वह इसे उठाने की अनुमति नहीं देंगी।