पाकिस्तान में सरकार विरोधी प्रदर्शन हिंसक हुआ

पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में चल रहे सरकार विरोधी प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया है। इस वक्त प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान पार्ल्यामेंट को घेर लिया है और सुरक्षा बलों के साथ उनकी झड़प जारी है। इस बीच पाकिस्तान सरकार ने मीडिया पर पाबंदी लगाने की कोशिश भी शुरू कर दी है। न्यूज चैनलों से पाक सरकार ने कहा है कि वे इस्लामाबाद में चल रहे इस घटनाक्रम की कवरेज और लाइव टेलिकास्ट रोक दें।

इससे पहले आज सुबह पीएम नवाज शरीफ के घर में घुसने की कोशिश कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने रबर की गोलियां चला दीं, जिसमें 7 लोगों की मौत की खबर है। इसके अलावा 400 से ज्यादा लोग घायल हैं, जिनमें से कई की हालत नाजुक बनी हुई है। इस बीच प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे पूर्व क्रिकेटर और पीटीआई नेता इमरान खान ने आज निर्णायक लड़ाई लड़ने का ऐलान किया है।

हिंसा रविवार अल सुबह उस वक्त शुरू हुई, जब 25 हजार प्रदर्शनकारियों ने पार्ल्यामेंट से प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के घर की तरफ कूच कर दिया। यहां पर उन्होंने क्रेन के साथ बैरिकेडिंग हटाने की कोशिश की। जवाब में पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और रबर की गोलियां चलाईं। इससे प्रदर्शनकारियों में भगदड़ मच गई। कई लोगों को गंभीर चोटें आईं, जिन्हें आसपास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

पूर्व क्रिकेटर और पीटीआई के नेता इमरान खान और धर्मगुरु ताहिर-उल-कादरी ने एकसाथ सरकार के खिलाफ हल्ला बोल दिया है। इन दोनों ने अलग-अलग इस प्रदर्शन की शुरुआत की थी। प्रदर्शनकारी 15 अगस्त से ही पीएम नवाज शरीफ के इस्तीफे की मांग को लेकर पाकिस्तान के संसद भवन के बाहर जमा हैं। प्रदर्शनकारियों में बच्चों और महिलाओं की संख्या काफी ज्यादा है। पीएम आवास के बाहर हुई झड़प में 35 महिलाएं भी जख्मी हुई हैं। इस बीच कादरी का कहना है कि हिंसा सरकार ने शुरू की है। उन्होंने कहा, ‘लोग शांति से जा रहे थे, लेकिन सरकार ने हमला करके मासूमों का खून बहाना शुरू कर दिया।’

इमरान खान का कहना है कि नवाज शरीफ ने धांधली करके चुनाव जीते हैं। मगर स्थानीय और दुनिया भर के ऑब्जर्वर्स का कहना है कि चुनाव एकदम विश्वसनीय तरीके से हुए हैं। उधर कादरी करप्शन के आरोपों के आधार पर सरकार विरोधी प्रदर्शन कर रहे हैं। एक्सपर्ट्स का यह भी मानना है कि इन प्रदर्शनों के पीछे सेना का भी हाथ हो सकता है,. जो कि सरकार पर अपना प्रभाव जमाना चाहती है।

इस पूरे मामले तब नाटकीय मोड़ ले लिया था, जब सरकार ने सेना से कहा था कि वह प्रदर्शनकारियों और उसके बीच मध्यस्थता करे। इससे आशंका पैदा हो गई है कि इन हालात का फायदा उठाते हुए सेना ‘सॉफ्ट कू’ यानी अप्रत्यक्ष रूप से तख्तापलट कर सकती है। इस तरह से वह सरकारी तंत्र पर अपना प्रभाव भी बढ़ा सकती है।

पैरामिलिटरी और सेना के जवान पीएम आवास की सुरक्षा में जुटे हुए हैं। सरकारी अधिकारियों का कहना है हमे मजबूरन ताकत इस्तेमाल करनी पड़ी, क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने हमला किया था। वे पीएम के घर पर घुसकर कब्जा करना चाहते थे। प्रदर्शनकारियों के पास कुल्हाड़ियां, वायर कटर और हथौड़े भी थे। पुलिस ने बताया, ‘वे क्रेन को पीएम निवास के घर के गेट तक ले आए। हमने उन्हें तितर-बितर करने के लिए रबर की गोलियां चलाईं और आंसू गैस के गोले छोड़े।’

‘प्रदर्शनकारियों में आतंकी भी हैं’
रेलवे मिनिस्टर ख्वाजा साद रफीक ने बताया कि प्रदर्शऩकारियों ने पीएम निवास का गेट उखाड़ने की कोशिश की। रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने बताया, ‘प्रदर्शनकारियों के बीच 1600 से 2000 के बीच आतंकी हैं। 200 महिलाएं भी हैं, जिन्हें हथियार चलाने की ट्रेनिंग मिली है। उनका इरादा है कि सरकारी इमारतों पर कब्जा जमाया जाए। उनकी कोशिशों को नाकाम कर दिया गया है और जरूरत पड़ने पर हम उनके खिलाफ पूरी ताकत इस्तेमाल करेंगे।’

इमरान का ‘आखिरी जंग’ का ऐलान
इमरान खान का कहना है कि हम आखिरी सांस तक सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते रहेंगे और देश भर में प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा है कि आज जंग का आखिरी और निर्णायक दिन होगा। अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा है कि आपकी कुर्बानी बेकार नहीं जाएगी।

नवाज शरीफ ने दी चेतावनी
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने इन प्रदर्शनों पर कहा है कि कुछ हजार प्रदर्शनकारियों को करोड़ों पाकिस्तानी लोगों के जनादेश को कुचलने नहीं दिया जाएगा। दरअसल इस्लामाबाद में हजारों लोग प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन यहां से बाहर बाकी देश में इसका असर नहीं दिखता। कादरी और इमरान पूरे देश से मांग कर रहे हैं कि प्रदर्शन करें, लेकिन उनकी अपील को समर्थन नहीं मिल पा रहा है।