गृह मंत्री का आदेश, पाकिस्तान को करारा जवाब दो

पाकिस्तान ने सीजफायर तोड़ते हुए भारतीय सीमा पर शनिवार रात फिर फायरिंग की। पाकिस्तान की तरफ से आरएस पुरा और अरनिया के रिहायशी इलाकों में फायरिंग की गई। एक वृद्ध महिला की हार्ट अटैक से मौत की खबर ने सीमा के नजदीक बसे गावों में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीमा पर पाकिस्‍तान की तरफ से हो रही फायरिंग के मसले पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह के साथ बैठक भी की। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने IB के अधिकारियों और BSF के डायरेक्टर जनरल के साथ मुलाकात की। बैठक में खुफिया रिपोर्ट पर विचार किया गया। गृह मंत्री ने इसके बाद बीएसएफ के डीजी से पाक की तरफ से हो रही गोलाबारी का जवाब देने के लिए कहा।

पाक सैनिकों ने जम्मू सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 25 सीमा चौकियों और 19 गांवों को निशाना बनाया और रात भर गोलाबारी की जिसका बीएसएफ ने करारा जवाब दिया। बीएसएफ के अधिकारी ने बताया, ‘पाक रेंजर्स ने छोटे और स्वचालित हथियारों से गोलियां चलाईं और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 25 चौकियों और रिहायशी इलाकों पर मोर्टार बम दागे। यह गोलाबारी बीती रात साढ़े आठ बजे से जम्मू जिले के अरनिया और आरएस पुरा उप सेक्टरों में की गई।’

बीएसएफ के जवानों ने इस गोलाबारी का करारा जवाब दिया और सुबह करीब साढ़े सात बजे तक कार्रवाई जारी थी। आधिकारिक खबरों के अनुसार, पाकिस्तानी सैनिकों ने रात भर सीमा पर बसे 19 गांवों को भी निशाना बनाया। आरएस पुरा के डेप्युटी डिविजनल ऑफिसर देवेन्द्र सिंह ने बताया, ‘गोलाबारी में कोई मानवीय क्षति नहीं हुई। सीमाई गांव ट्रेवा में गोलाबारी में तीन गायें मारी गईं।’

अंतरराष्ट्रीय सीमा पर जम्मू जिले के आरएस पुरा और अरनिया उप सेक्टरों के 20 से अधिक गांवों के लोगों को वहां से हटा लिए जाने के कारण मानवीय क्षति नहीं हो पाई। पाकिस्तान की ओर से एक पखवाड़े में संघर्षविराम उल्लंघन की यह 18वीं घटना और अगस्त माह में 20वीं घटना है। अंतरराष्ट्रीय सीमा पर जम्मू सेक्टर के अरनिया और आरएस पुरा उप सेक्टरों में कल पाकिस्तानी सैनिकों ने भीषण गोलाबारी की।

इस गोलाबारी में उन्होंने 22 सीमा चौकियों और 13 गांवों को निशाना बनाया जिससे 2 नागरिकों की जान चली गई और बीएसएफ के एक जवान सहित 6 अन्य घायल हो गए। पाक सैनिकों ने पुंछ जिले के शाहपुर उप सेक्टर में कल दिन में गोलाबारी की थी। सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि गोली चलाए जाने और मोर्टार दागे जाने की कार्रवाई में दो लोग मारे गए और बीएसएफ के एक जवान सहित 6 अन्य घायल हो गए थे। इस कार्रवाई में पांच मकान क्षतिग्रस्त हो गए थे।

जम्मू जोन के डिविजनल कमिश्नर शांत मनु ने बताया कि सीमावर्ती 7 से 8 गांवों के कम से कम 3,000 लोगों को जिला प्रशासन ने उनकी सुरक्षा के मद्देनजर वहां से हटा कर अन्यत्र पहुंचा दिया है। इन लोगों को रंगपुर स्थित बासपुर बंगले में एक सरकारी हाई स्कूल व आरएस पुरा में और सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) में रखा गया है।

आरएस पुरा सेक्टर में फिर से हो रही गोलाबारी के बाद नागरिकों को बचाने के लिए जिला प्रशासन ने इन दोनों सरकारी इमारतों को आपात योजना के तहत चुना है। नागरिक और पुलिस प्रशासन के अधिकारी आरएस पुरा में मौजूद हैं और सीमा पर गांववालों के रहने के लिए पर्याप्त प्रबंध किए गए हैं।