भारी बरसात से केदारघाटी सहित जिले के कई हिस्सों में अफरा-तफरी का माहौल है। खराब मौसम को देखते हुए प्रशासन ने फिलहाल तीन दिन तक केदारनाथ यात्रा स्थगित कर दी है।
केदारनाथ और लिनचोली में फंसे 165 तीर्थयात्रियों को एनडीआरएफ, एसटीएफ और एसडीआरएफ के जवान सोनप्रयाग की ओर ला रहे हैं। तीन दिन तक सभी स्कूलों में भी अवकाश घोषित किया गया है।
केदारनाथ हाईवे पर सोनप्रयाग में बीआरओ के वैली ब्रिज का एबेटमेंट धंस गया है। 15/16 जुलाई की रात सोन नदी के उफान में आने से सोनप्रयाग में पैदल और मोटर पुल के पुश्ते धंस गए।खराब मौसम को देखते हुए जिला प्रशासन ने फिलहाल केदारनाथ यात्रा तीन दिनों के लिए स्थगित कर दी है। केदारनाथ हाईवे मलबा और पुश्ता धंसने से बंद है।
सिरोहबगड़ और शिवानंदी में मलबा आने से अवरुद्ध बदरीनाथ हाईवे को दोपहर करीब पौने एक बजे यातायात के लिए खोल दिया गया। केदारनाथ पैदल मार्ग भी बंद है।
बारिश से जिले की एक दर्जन से अधिक सड़कें बंद हो गई हैं। मंदाकिनी के उफान में आने से जवाहरनगर, सिल्ली और विजयनगर में लोग रात ही सुरक्षित ठिकानों पर चले गए।
डीएम का है कहना
जिले के कई स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश का पूर्वानुमान मौसम विभाग ने दिया है। केदारनाथ पैदल और मोटर मार्ग कई स्थानों पर भूस्खलन से फिलहाल बंद है। मंदाकिनी का जल स्तर बढ़ रहा है। ऐसे में 16 से 18 जुलाई तक केदारनाथ यात्रा स्थगित करने के निर्देश दिए गए हैं।केदारनाथ पैदल मार्ग और हाईवे जगह-जगह क्षतिग्रस्त होने से सोनप्रयाग से केदारनाथ तक विभिन्न स्थानों में 196 यात्री फंसे हैं। प्रशासन का कहना है कि मौसम अनुकूल रहा तो यात्रियों को बुधवार को ही सोनप्रयाग लाया जाएगा।
डीएम डा. राघव लंगर ने बताया कि केदारनाथ में 126 और लिनचोली में 36 तीर्थयात्री हैं। गौरीकुंड में रुके 34 यात्रियों को सोनप्रयाग लाया गया है।
उन्होंने बताया कि एसडीआरएफ, एसटीएफ और एनडीआरएफ के जवान यात्रियों को लाएंगे। उन्होंने बताया कि मार्ग के पूर्ण सुरक्षित होने तक यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रुकवाने के निर्देश दिए गए हैं।केदारनाथ हाईवे कई स्थानों पर मलबा आने और पुश्ते धंसने से बंद हो गया। बदरीनाथ हाईवे भी सिरोहबगड़ और शिवानंदी में मलबा आने से अवरुद्ध है। मयाली-रणधार और मयाली-गुप्तकाशी मार्ग भी मलबा और पत्थर गिरने से अवरुद्ध हो गए हैं।
रात तेज बारिश से मंदाकिनी के उफान में आने से जवाहरनगर, सिल्ली और विजयनगर में लोग रात में ही सुरक्षित ठिकानों पर चले गए। इधर, डीएम डॉ. राघव लंगर ने बताया कि 16-17 जुलाई को जिले के कई स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश का पूर्वानुमान मौसम विभाग ने दिया है।
केदारनाथ पैदल और मोटर मार्ग कई स्थानों पर भूस्खलन होने से बंद हो रहा है। मंदाकिनी नदी का जल स्तर बढ़ रहा है। ऐसे में 18 जुलाई तक केदारनाथ यात्रा स्थगित करने के निर्देश दिए गए हैं।