पांच आइआइटी, पांच आइआइएम और चार नए एम्स खुलेंगे
नई दिल्ली – युवाओं की आकाक्षांओं और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में निजी क्षेत्र के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए केंद्र सरकार ने पांच आइआइटी (भारतीय प्रोद्योगिकी संस्थान) और पांच आइआइएम (भारतीय प्रबंधन संस्थान) खोलने का फैसला किया है। इसी तरह कला संकाय के विषयों में उच्च शिक्षा के लिए मध्य प्रदेश में जय प्रकाश नारायण राष्ट्रीय मानविकी उत्कृष्टता केंद्र भी शुरू किया जाएगा। उधर, जटिल बीमारियों के आधुनिकतम इलाज के लिए चार और एम्स शुरू किए जाएंगे।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर के उच्च शिक्षण संस्थानों की जरूरत को देखते हुए सरकार ने तीन अहम फैसले किए हैं। तकनीकी शिक्षा के लिए जम्मू, छत्तीसगढ़, गोवा, आंध्र प्रदेश और केरल में एक-एक नया आइआइटी शुरू किया जाएगा। इसी तरह हिमाचल प्रदेश, पंजाब, बिहार, ओडिशा और महाराष्ट्र में एक-एक आइआइएम खोला जाएगा। कला संकाय के विषयों के लिए मध्य प्रदेश में जय प्रकाश नारायण राष्ट्रीय मानविकी उत्कृष्टता केंद्र शुरू किया जाएगा। जेटली ने इनके लिए बजट में पांच सौ करोड़ रुपए का प्रावधान भी किया है। उन्होंने कहा है कि उच्च शिक्षा के लिए छात्रों को बैंकों से कर्ज देने के मापदंड भी आसान किए जाएंगे।
इसी तरह गरीबों को भी शीर्ष स्तरीय चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाने के लिए चार और एम्स शुरू करने का एलान किया गया है। ये एम्स आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश (पूर्वाचल) में होंगे। इसके लिए भी मौजूदा वित्त वर्ष में पांच सौ करोड़ रुपए का प्रावधान कर दिया गया है। प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पीएमएसएसवाई) के पहले चरण के तहत छह एम्स पहले ही शुरू किए जा चुके हैं। जबकि दूसरे चरण के तहत पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश में ये एम्स प्रस्तावित हैं। इनमें से उत्तर प्रदेश एम्स पर तो काम शुरू हो चुका है, मगर जगह को ले कर राज्य के साथ चल रहे विवाद की वजह से पिछली सरकार में काम शुरू नहीं हो सका था। अब उस पर भी काम शुरू हो सकेगा। इस तरह सिर्फ आंध्र प्रदेश, विदर्भ (महाराष्ट्र) और पूर्वाचल में खुलने वाले तीन एम्स का प्रस्ताव ही पूरी तरह से नया होगा।