क्या मुंबई से सटे कल्याण के चार युवा जेहाद के लिए इराक निकल चुके हैं? क्या चारों युवक इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) के साथ इराक में कत्लेआम कर रहे हैं?
केंद्रीय एजेंसियां, पुलिस और एटीएस कुछ ऐसे ही सवालों की तलाश में हैं। साथ ही अंतरराष्ट्रीय आतंकी गतिविधियों की सक्रियता को देखते हुए मुंबई में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।
ऐसी सूचना है कि कल्याण के आरिफ फय्याज माजिद, फहद तनवीर मकबूल शेख, अमन नईम तांडेल और शाहिम फारूक तानकी नामक चार युवा आईएसआईएस में शामिल होकर इराक में रक्तपात मचा रहे हैं। चारों युवकों की उम्र 20 साल के आसपास बताई गई है।
आशंका है कि चारों युवा इंटरनेट के जरिए आईएसआईएस के संपर्क में आए और इराक जाने के लिए आईएसआईएस ने फंडिंग भी की। चारों युवा 22 लोगों के समूह में धार्मिक यात्रा पर इराक गए और वहां ग्रुप से अलग होकर आईएसआईएस में शामिल हो गए।
इन चारों के खिलाफ कल्याण के बाजारपेठ थाने में 25, 26 और 27 मई को गायब होने का मामला दर्ज किया गया है। फय्याज माजिद के पिता एजाज का कहना है कि उनका बेटा इराक जाने से पहले एक पत्र छोड़ गया था, जिसमें उसने लिखा था कि हम लोग जेहाद के लिए निकल चुके हैं, आप हमें खोजने की कोशिश मत करना। अब हमारी मुलाकात जन्नत में होगी।
फय्याज माजिद के इसी पत्र ने कोहराम मचा दिया है। फय्याज माजिद के पिता एजाज बदरुद्दीन माजिद मुंबई में डॉक्टर हैं और पूरा माजिद परिवार सदमे में है। वे गृहमंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मिलना चाहते हैं।
महाराष्ट्र के गृहमंत्री आरआर पाटिल ने कहा है कि केंद्रीय एजेंसी और एटीएस संयुक्त रूप से यह जांच कर रही है कि सुशिक्षित युवा कहां हैं। अपर पुलिस आयुक्त शरद शेलार ने बताया कि युवक आईएसआईएस जैसे खतरनाक संगठन के संपर्क में कैसे आए, इसकी जांच भी जारी है।