केंद्र सरकार ने सोमवार को वादा किया कि वह हज पर जाने वाले तीर्थयात्रियों की सुविधाएं में सुधार करेगी। साथ ही हाजियों की सहूलियत के लिए मक्का, मदीना एवं अन्य स्थानों पर रिहाइशी इमारतें बनवाने तथा आजादी के पहले वहां विभिन्न रियासतों के नवाबों द्वारा बनवाई गईं रबातों (धर्मशालाओं) का पता लगाने के लिए कदम उठाएगी।
स्वराज ने अपने खालिस उर्दू में दी गई तकरीर में यह भी कहा कि कश्मीर के हाजियों के साथ हवाई किराये को लेकर होने वाली गड़बड़ी को रोका जाएगा। उन्होंने श्रीनगर से जाने वाले हाजियों से 1.54 लाख रुपये टिकट के लिए वसूले जाने की निंदा की।
विदेश मंत्री ने हाजियों को पेश आने वाली तकलीफों का जिक्र करते हुए कहा कि विदेश मंत्रालय के अधिकारियों को हिदायत दी है कि सऊदी अरब में भारतीय हाजियों को ठहराने के लिए भाड़े पर ली जाने वाली इमारतों में भोजन, बाथरूम, लिफ्ट, साफ सफाई एवं सीवर आदि की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए।उन्होंने दो वर्ष पहले सऊदी अरब द्वारा विश्व के सभी देशों का कोटा बीस फीसदी कम किए जाने से हज जाने के इच्छुक भारतीयों को होने वाली असुविधा की बात स्वीकारते हुए कहा कि उनका मंत्रालय वहां की सरकार के साथ इस बारे में बात करके भारत का कोटा बढ़वाने का प्रयास करेगी।
यह गाइड दस भाषाओं में तैयार की गई है। हज यात्रा के लिए भारत का कोटा करीब एक लाख 72 हजार है जिसमें से लगभग 40 हजार टूर आपरेटरों को दिया जाता है। सऊदी अरब ने जो 20 प्रतिशत की कटौती की है, उसके बाद भारत का कोटा लगभग एक लाख 21 हजार रह गया है।