कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पार्टी संसदीय दल का नेता चुना गया है। शनिवार को हुई बैठक से पहले ही यह तय माना जा रहा था कि सोनिया गांधी को ही दोबारा नेता बनाया जाएगा।
कांग्रेस की इस संसदीय दल की बैठक में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और निवर्तमान प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत पार्टी के लगभग सभी वरिष्ठ नेता मौजूद थे। संसदीय दल का दोबारा नेता चुने जाने के बाद सोनिया गांधी ने पार्टी के सांसदों को हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव से सीख लेने की नसीहत दी।
लेकिन उन्होंने कहा कि हार से ज़्यादा मायूस होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, “इस बार कांग्रेस हारी है लेकिन ये पहली बार नहीं है जब हम हारे हैं। पहले भी हम हार से उबर कर सामने आए हैं।” सोनिया गांधी ने एक बार फिर ऐतिहासिक जीत के बाद भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का नेता चुने जाने पर नरेंद्र मोदी को बधाई दी।
‘भविष्य की दिशा’
कांग्रेस संसदीय दल ने एक प्रस्ताव पारित कर यह निर्णय लिया गया कि कांग्रेस सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व में आगे बढ़ेगी। संसदीय दल ने निवर्तमान प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के लगभग एक दशक लंबे नेतृत्व की भी प्रशंसा की।
कांग्रेस लगभग एक दशक बाद संसद में विपक्ष में बैठेगी। लेकिन इस बार के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस को इतनी सीटें भी नहीं मिलीं हैं कि वह विपक्ष के नेता का चयन कर सके।
इस बार कांग्रेस को लोकसभा चुनावों में केवल 44 सीटें मिली हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बनने वाली नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा भी लेंगे।