दो स्टेशनों के बीच हुआ हादसा, दिल्ली मेट्रो रुकी
यमुना बैंक-इंदप्रस्थ मेट्रो स्टेशन के बीच द्वारका सेक्टर-21 जा रही ट्रेन के पैंटाग्राफ के ऊपर अचानक ओएचई तार (ट्रेन को बिजली सप्लाई देने वाला तार) टूटने से ट्रेन की रफ्तार थम गई।
तार टूटने से ब्लू लाइन सेवा करीब पौने दो घंटे तक प्रभावित रही। इसके चलते मेट्रो प्रबंधन को राजीव चौक मेट्रो स्टेशन के गेट करीब सवा घंटे तक बंद रखने पड़े।
पौने आठ बजे सेवा दोबारा शुरू हुई। नोएडा से द्वारका और राजीव चौक से नोएडा के बीच विशेष ट्रेन भी चलाई गईं, लेकिन स्थिति सामान्य होने में पौने नौ बज गए।
ओएचई टूटने के कारण वैशाली/ नोएडा सिटी सेंटर से यमुना बैंक तक और द्वारका सेक्टर 21 से बाराखंबा तक ट्रेनें वापस लौटाकर चलाई जाती रहीं। जबकि इंद्रप्रस्थ से लेकर मंडी हाउस तक पौने दो घंटे ट्रैक पूरी तरह से बंद रहा।
अधिकारियों के मुताबिक, नोएडा सिटी सेंटर से द्वारका सेक्टर 21 की ट्रेन यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन के बाद इंद्रप्रस्थ मेट्रो स्टेशन की ओर बढ़ रही थी। करीब सवा छह बजे जब यह यमुना बैंक से निकलकर यमुना के ऊपर पहुंची तो ट्रेन के ऊपर लगे पैंटाग्राफ (ट्रेन को ओएचई से जोड़ने वाला उपकरण) पर ओएचई वायर टूट गया और पैंटाग्राफ में फंस गया।
इससे उस ट्रैक की बिजली सप्लाई बंद हो गई। इसके बाद उस ट्रेन समेत उस रूट पर चलने वाली सभी मेट्रो एक झटके से रुक गईं। मेट्रो प्रबंधन ने साढ़े छह बजे ब्लू लाइन पर दूसरी तरफ से चलने वाली इंद्रप्रस्थ से यमुना बैंक की ओर आने-जाने वाली सभी ट्रेनों को रोक। फिर उस ट्रेन को ट्रैक से हटाया गया।
सूत्रों के मुताबिक, ट्रेन यमुना नदी के ऊपर खड़ी हो गई थी। उन्हें निकालने के लिए इंद्रप्रस्थ मेट्रो स्टेशन के रास्ते मेट्रो व सुरक्षा कर्मी उस ट्रेन तक पहुंचे और ड्राइवर की साइड से इमरजेंसी दरवाजे से अंदर गए। सुरक्षा गेट से यात्रियों को पैदल ही एक-एक कर यमुना बैंक की ओर जाने वाले ट्रैक से इंद्रप्रस्थ मेट्रो स्टेशन की ओर ले जाया गया।
इस बीच यात्रियों ने उतरने में आनाकानी भी की। इसमें आधे घंटे से अधिक समय लग गया। इस कारण तकनीकी खामी को दूर करने में भी दिक्कत आई, क्योंकि यमुना बैंक डिपो से विशेषज्ञों की टीम संग विशेष इंजन यमुना बैंक की ओर जाने वाले ट्रैक से ही वहां पहुंचना था।
यात्रियों के ट्रैक पर चलने के कारण टीम इंतजार करती रही। अधिकारियों के मुताबिक, विशेषज्ञों ने यमुना बैंक व इंद्रप्रस्थ के बीच फंसी ट्रेन को पौने आठ बजे ट्रैक से हटाया और यमुना बैंक ले गए। टीम ने सबसे पहले पैंटाग्राफ से ओएचई तार को हटाया, उसके बाद ही उस रूट की बिजली सप्लाई चालू हो पाई।