शुक्रवार को चंद घंटों में दो बार मुजफ्फरनगर हिंसा की आग में झुलसने से बाल-बाल बचा। सुबह घासमंडी में समुदाय विशेष के छात्र की हत्या के बाद गुस्साई भीड़ ने जिला अस्पताल में तोड़फोड़ के बाद हनुमान चौक पर बवाल किया।
इसके छह घंटे बाद ही जिला अस्पताल तिराहे पर बाइक की टक्कर लगने को लेकर हुए विवाद में एक समुदाय की भीड़ ने छात्र को पुलिस से छीनकर बेरहमी से पीटा। भीड़ ने शहर कोतवाली में भाजपा नेताओं के साथ ही मीडियाकर्मियों से भी अभद्रता की।
पहली घटना में शहर के हनुमान चौक नदी रोड निवासी उवैश (18) पुत्र अब्दुल समद दो दोस्तों के साथ घासमंडी स्थित मोबाइल शॉप पर गया था। वहां दो युवकों ने ऊपरी मंजिल स्थित दुकान में बुलाकर उवैश को गोली मार दी, जो उसके पेट में लगकर पार निकल गई।
घायल उवेश को जिला अस्पताल से गंभीर हालत में मेरठ ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। हत्या के बाद भागने के लिए युवती से स्कूटी लूटते एक आरोपी को लोगों ने पकड़कर पिटाई के बाद पुलिस को सौंप दिया।
उधर, गुस्साई भीड़ ने जिला अस्पताल में तोड़फोड़ करने के बाद हनुमान चौक पहुंचकर हंगामा किया। मौके पर पहुंचे डीएम कौशलराज शर्मा, एसएसपी हरिनारायण सिंह का भी घेराव किया गया। बाद में सांसद कादिर राना ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया। पीएम से आने के बाद एक बार फिर से हनुमान चौक पर लाश को रखकर जाम लगाया गया।
पुलिस ने यहां मामला शांत कराया ही था कि जिला अस्पताल तिराहे पर बाइक की टक्कर लगने पर बवाल हो गया। पैदल जा रहे दो छात्रों ने बाइक की टक्कर लगने को लेकर हुई कहासुनी में युवक को पीट दिया।
बाइक पर बैठी महिला से भी हाथापाई की गई। मौके पर मौजूद पीएसी के दो जवानों ने एक छात्र को पकड़कर पुलिस बूथ में बंद कर दिया, जबकि दूसरा भाग निकला। इसके बाद इकट्ठा हुई एक समुदाय की भीड़ ने पुलिस बूथ को तहस-नहस कर छात्र को बाहर निकालकर बेरहमी से पीटा। करीब आधा घंटे तक छात्र की लगातार पिटाई होती रही, जिससे वह मरणासन्न हो गया।
इस दौरान फोटो खींचने को लेकर मीडियाकर्मियों से भी अभद्रता की गई। किसी तरह पुलिस ने छात्र को भीड़ से छुड़ाकर सिविल लाइन थाने पहुंचाया। घटना की सूचना पर शहर कोतवाली पहुंचे भाजपा नेताओं से भी भीड़ ने अभद्रता की, जिसे लेकर दोनों पक्षों के बीच तीखी झड़प हुई।