एग्जिट पोल का खुलासा, देश भर में एनडीए को बहुमत

लोकसभा चुनावों के अंतिम चरण का मतदान खत्‍म होते हुए टीवी चैनलों पर एग्जिट पोल शुरू हो गए, जिनमें इस बात का अंदाजा लगाया गया है कि 16 मई को किस राजनीतिक दल को कितनी सीटें मिलेंगी। हालांकि, पोल की विश्वसनीयता को लेकर सवाल उठते रहे हैं, लेकिन इनमें दिलचस्पी बरकरार है।

यूपी में भाजपा को सबसे ज्यादा सीट मिलने की संभावना जताई गई है, जहां कुल 80 सीट है। यह सभी राजनीतिक दलों के लिए बेहद अहम है।

एबीपी-नील्सन ने अपने एग्जिट पोल में उत्तर प्रदेश में भाजपा को 46, कांग्रेस 8, बसपा को 13 और सपा को 12 सीटें दी हैं।

अगर देश की स्थिति की बात की जाए, तो आज तक-सिसेरो के सर्वे में एनडीए के पक्ष में बात जाती दिख रही है।
इस एग्जिट पोल की मानें, तो कांग्रेसनीत यूपीए के इस बार 110-120 ‌सीटों पर सिमटने की संभावना लग रही है

पोल में भाजपा की अगुवाई वाले गठबंधन एनडीए को 261 से 283 सीट मिलने की संभावना जताई गई है। इसके अलावा अन्य के खाते में 150-162 सीट जा सकती हैं।

भाजपा उम्मीद कर रही थी है कि वो अपने पीएम पद के दावेदार नरेंद्र मोदी की कथि‌त लहर पर सवार होकर इस बार सत्ता के गलियारों तक पहुंचने में कामयाब रहेगी।

जाहिर है, ऐसा करने के लिए उसे जादुई आंकड़ा छूना होगा, जो आसान कतई नहीं है। कांग्रेस भले कमजोर दिखे, लेकिन क्षेत्रीय दलों की अहमियत को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।

लेकिन इंडिया टीवी-सी वोटर की सर्वे की मानें, तो एनडीए पूर्ण बहुमत के साथ 289 सीटों तक पहुंच जाएगी, जबकि यूपीए इस बार 101 सीट पर सिमट सकता है। अन्य को 148 और आम आदमी पार्टी को 5 सीट दी गई है। इस सर्वे में यूपी में भाजपा को 54, बसपा को 8, सपा को 11 और अन्य को 7 सीट दी गई हैं।

इन चुनावों में उत्तर प्रदेश के अलावा राजधानी पर भी सबकी निगाह थी। जाहिर है, दिलचस्पी का स्तर बढ़ाने का सबसे ज्यादा श्रेय आम आदमी पार्टी को जाता है।

इसकी वजह यह है कि अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनावों में धमाका कर दिया था। उनसे इस बार भी काफी उम्मीद थी। कम से कम दिल्ली में केजरीवाल पर खास निगाह रही।

आज तक-सिसेरो के एग्जिट पोल पर यकीन करें, तो केजरीवाल का दिल टूट सकता है। इस पोल के मुताबिक दिल्ली में भाजपा के हिस्से छह सीटें आ सकती हैं। आम आदमी पार्टी को केवल एक सीट मिलने की उम्मीद है।

एबीपी-नीलसन सर्वे के मुताबिक महाराष्ट्र में बीजेपी (21) और शिवसेना (11) के गठजोड़ को 32 सीटें मिल सकती हैं। वहीं कांग्रेस को 9 और एनसीपी (राष्ट्रवादी कांग्रेसी) 6 सीटें मिल सकती हैं।

पहली बार चुनावी ताल ठोंक रही आम आदमी पार्टी का खाता खुल सकता है। आप को महाराष्ट्र में 1 सीट मिल सकती है।

इसके साथ ही बिहार में भाजपा को 40 में से 19 और एलजीपी को 2 सीटें मिल सकती हैं। बिहार में लालू यादव की आरजेडी बड़ी खिलाड़ी बनकर उभर रही है। बिहार में आरजेडी को 10 और कांग्रेस को 4 सीटें मिल सकती हैं।

बिहार में सबसे ज्यादा नुकसान नीतीश कुमार की जेडीयू को होता दिखाई देता पड़ रहा है। जेडीयू को सिर्फ 5 सीटें मिल सकती हैं।