लोकसभा चुनाव के लिए 78 लोगों के नामांकन करने से जिला प्रशासन के समक्ष फिर से पुरानी व्यवस्था में चुनाव कराने की चुनौती पैदा हो गई है। तैयारी के लिए उसके पास सिर्फ 13 दिन बचेंगे।
इस दौरान बैलेट पेपर छपवाने से लेकर फर्जी मतदान रोकने, बैलेट बाक्स में पानी डालने जैसी घटनाओं से निबटने के लिए पुख्ता इंतजाम करने पड़ेंगे। यही नहीं, निर्वाचन आयोग को बैलेट पेपर से मतदान कराने के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए तमाम जतन भी करने पड़ सकते हैं।
वाराणसी संसदीय सीट से अंतिम दिन 24 अप्रैल तक कुल 78 लोगों ने परचा भरा। अब 25 अप्रैल को नामांकन पत्रों की जांच के अलावा 28 को नाम वापसी की तिथि तय की गई है। इसके बाद भी अगर 63 से अधिक प्रत्याशी मैदान में डटे रहे तो प्रशासन को बैलेट पेपर के जरिये चुनाव की व्यवस्था करनी पड़ेगी।