
वेबसाइट के होम पेज पर ही जहां मोदी के जीवन संघर्ष और बतौर सीएम उनकी कामयाबी का गुणगान किया गया है, वहीं गुजरात के 2002 के दंगों का जिक्र तक नहीं है। वहीं, 2001 के भूकंप की बर्बादी से सरकार कैसे निपटी का इसका जोरदार बखान किया गया है। खान ने वेबसाइट लॉन्च करने के तीन कारण बताए-
1. नरेंद्र मोदी के साथ मेरा निजी जुड़ाव है।
2. मैं उर्दू जुबान पसंद करता हूं।
3. मैंने ही वेबसाइट का उर्दू वर्जन लाने की सलाह दी थी।
गुजरात दंगों पर क्या बोले सलीम खान
सलीम खान ने कहा, ‘दूसरा विकल्प क्या है? क्या दंगों के लिए जिंदगी भर रोते रहे। जब मेरी मां की मौत हुई थी तो मुझे लगता था कि मैं जिंदा नहीं रह सकता, लेकिन मैं आज भी जिंदा हूं। जो कुछ हुआ उसे जायज नहीं ठहराया जा सकता।’