जात पर और पात पर, जरा नजर डालिए AAP पर
एनसीआर की चांदनी चौक, वेस्ट दिल्ली, गुड़गांव, बागपत की सीटों पर प्रत्याशियों को जाति के आधार पर जिताऊ उम्मीदवार मानकर आप ने दांव खेला है। यह बात अलग है कि देश के चर्चित नामों में पूरी तरह से जातिगत फैक्टर नहीं देखा गया लेकिन 70 फीसदी सीटों पर इसका ध्यान पार्टी ने रखा है। हालांकि साफ छवि के लोग ही मैदान में उतारने का ध्यान आप ने रखा है।
भ्रष्टाचार के मुद्दे पर जन्मी आम आदमी पार्टी कहती रही है कि वह जाति की राजनीति नहीं करेगी। लेकिन आप की 20 उम्मीदवारों की पहली सूची में ऐसा नहीं दिखता है। ’84 के दंगों के चलते कांग्रेस से नाराज चल रहे सिख भाजपा व शिरोमणि अकाली दल के वोट बैंक माने जाते हैं।
आप की सरकार के एसआईटी का गठन करने के बाद सिख बाहुल्य क्षेत्र दिल्ली वेस्ट से जरनैल सिंह को प्रत्याशी बनाया है। इस सीट पर करीब 35 फीसदी वोटर सिख व पंजाबी हैं। सिख मुद्दे पर पत्रकार वार्ता में तत्कालीन गृह मंत्री पी. चिदंबरम पर जूता फेंककर सुर्खियों में रहने वाले जरनैल को पश्चिम दिल्ली से टिकट दिया है