राजनयिक को निष्कासित करने के भारत के फरमान पर अमेरिका नाराज
भारत ने अमेरिका को एक बार फिर जैसे को तैसा वाले अंदाज में जवाब दिया। मामला राजनयिक देवयानी खोब्रागडे से जुड़ा है। अमेरिका ने वीसा धोखाधड़ी मामले में देवयानी को राहत देने से इनकार कर दिया। कहा, मुकदमा चलेगा। नाराज भारत ने तुरंत कार्रवाई की। देवयानी को देश वापस बुलाया। इसके बाद एक अमेरिकी राजनयिक को निष्कासित कर दिया। उसे देश छोडऩे के लिए 48 घंटे का वक्त दिया गया है। आरोप है कि इस राजनयिक ने देवयानी की गिरफ्तारी से दो दिन पहले उनकी नौकरानी के तीन सदस्यों को भारत से बाहर भेजने में मदद की थी। भारत के इस सख्त कदम पर ओबामा प्रशासन नाराज हो गया है।
इस बीच देवयानी शुक्रवार रात 9.55 बजे नई दिल्ली पहुंच गईं। उन पर अमेरिकी कोर्ट में नौकरानी संगीता रिचर्ड के वीसा मामले में धोखाधड़ी और झूठे बयान देने के आरोप तय किए गए हैं। इस पर 13 जनवरी को सुनवाई होनी है। लेकिन इससे पहले ही भारत ने उन्हें वापस बुला लिया। इस मामले में 12 दिसंबर को देवयानी को गिरफ्तार करने के बाद से ही दोनों देशों के संबंध तनावपूर्ण हैं।
विवाद बढ़ता देख भारत ने देवयानी को आठ जनवरी को पूर्ण राजनयिक का दर्जा दिया था। नौ जनवरी को अमेरिका ने अनुरोध किया कि भारत देवयानी की राजनयिक छूट खत्म कर दे। भारत ने इनकार किया तो अमेरिका ने उन्हें देश छोडऩे के लिए कह दिया। इस बीच, विदेश सेवा की 39 साल की अधिकारी देवयानी ने कहा, ‘मुझ पर लगे आरोप झूठे और आधारहीन हैं। ये गलत साबित होंगे।’ उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि इस प्रकरण से उनके परिवार पर कोई असर नहीं पड़ेगा। देवयानी के बच्चे अब भी अमेरिका में हैं।