दिल्ली के कानून मंत्री सोमनाथ भारती बीती रात सड़कों पर पुलिस से बहस करते नज़र आए। वो पुलिसवालों को उनकी ड्यूटी बता रहे थे तो पुलिसवाले उनको कार्यक्षेत्र में दखल न देने के लिए कह रहे थे।
पुलिस के साथ उनकी ऑन कैमरा काफी बहस हुई। दिल्ली के खिड़की इलाके में चल रहे कथित ड्रग्स रैकेट को पकड़ने के लिए पुलिस से कह रहे थे।
उन्होंने कहा कि यहां की पुलिस मेरी नहीं सुनती और ना ही काम करती है। उन्होंने सवाल किया कि जब ये पुलिस मंत्री की नहीं सुनती तो आम जनता की क्या सुनती होगी?
महिला एवं बाल विकास मंत्री राखी बिड़ला भी पुलिस के सामने बेबस नज़र आईं। एक मामले में पीड़ित की पैरवी करने पहुंची राखी बिड़ला ने पुलिसिया कार्रवाई पर सवाल उठाए।
सागरपुर इलाके में एक महिला को जिंदा जला दिए जाने के मामले में वे पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचीं थीं। उन्होंने तो केंद्र सरकार तक को इस मामले में घसीट लिया। उन्होंने कहा कि केंद्र की इसमें मिलीभगत है, पुलिस ने पैसे खा लिए हैं, मेरे से भी पुलिस गलत तरह बात कर रही है।
काफी देर तक राखी वहीं रहीं और पुलिस वाले सफाई देते नज़र आए। देर रात ही आश्वासनों के बाद राखी वहां से हटीं।