अस्‍पताल ने कूड़े में फेंका नवजात का शव, मंत्री की लापरवाही के बाद सख्‍त हुए केजरीवाल

नई दिल्‍ली. दिल्‍ली के जनकपुरी में एक निजी अस्‍पताल में नवजात बच्‍ची का शव कूड़ाघर में फेंके जाने की घटना पर मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वह इस मामले की जांच कराएंगे। उन्‍होंने सोमवार शाम को मीडिया से बात करते हुए कहा कि भले ही अस्‍पताल निजी हो, लेकिन मामले में कार्रवाई जरूर की जाएगी। आपको बता दें कि मीडिया ने आम आदमी पार्टी के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री सतेंद्र जैन से जब इस संबंध में सवाल पूछा था, तो उन्‍होंने जवाब दिया था कि घटना निजी अस्‍पताल में हुई है और इस बारे में वहां के एमएस व एमडी से जाकर सवाल पूछें। इसके बाद केजरीवाल सामने आए और मामले को संभालने की कोशिश की। दूसरी ओर राष्‍ट्रीय महिला आयोग की अध्‍यक्ष ममता शर्मा ने भी इस पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। बताया जा रहा है कि मंगलवार को बच्‍ची के शव का पोस्‍टमार्टम कराया जाएगा।

क्‍या है पूरा मामला 

सोमवार को जनकपुरी के चानन देवी अस्‍पताल में नवजात बच्‍ची के शव को कूड़ा घर में फेंके जाने का मामला सामने आया। इस बच्‍ची के शव को उसके परिजन मोर्चरी में छोड़कर गए थे, लेकिन जब अगले दिन सुबह वे शव लेने आए, तो अस्‍पताल के कर्मचारियों को नहीं पता था कि शव कहां है। इसके बाद परिजन खुद शव खोजने में जुट गए और उन्‍हें बच्‍ची का शव अस्‍पताल के कूड़ाघर में मिला। परिजनों का कहना है कि वह लापरवाही करने वाले डॉक्‍टरों और अस्‍पताल के स्‍टाफ के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं। परिजनों का यह भी आरोप है कि उनसे नवजात बच्‍ची के शव को मोर्चरी में रखे जाने के लिए पैसे मांगे गए थे।