अमेठी में राहुल को दिखाए गए काले झंडे
पहले अमेठी से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे कुमार विश्वास पर अंड़े फेंके गए, अब कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी अमेठी की जनता के कोपभाजन का शिकार बने हैं।
गौरीगंज में बिजली-पानी-सड़क की समस्याओं को लेकर काली साड़ी पहने रीता सिंह जनकल्याण समिति की करीब 60 कार्यकर्ताओं ने हाथ में काले झंडे लेकर ‘राहुल वापस जाओ’ और मुर्दाबाद के नारे लगाए।
इससे नाराज कांग्रेस कार्यकर्ता उन पर टूट पड़े और महिलाओं को जमकर पीटा। हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस को भी हल्का बल प्रयोग करना पड़ा।
किसी भी पक्ष ने थाने में देर रात तक कोई तहरीर नहीं दी है।
उधर, जायस में भी राहुल को काले झंडे दिखाने का प्रयास किया गया। प्रदर्शनकारियों की कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मामूली झड़प भी हुई।
वे ‘राहुल वापस जाओ और मुर्दाबाद’ के नारे लगाने लगीं।
महिलाओं का आरोप है कि क्षेत्र में बिजली, पानी, सड़कों की व्यवस्था नहीं है। इससे जनता को काफी दिक्कतें हैं।
वह तो अपनी शिकायत करने गई थीं। कांग्रेस दफ्तर से बाहर निकले और प्रदर्शनकारी महिलाओं को मारने के लिए दौड़ पड़े। कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने महिलाओं को जमकर पीटा।
इस दौरान रीता सिंह जनकल्याण समिति की महिलाओं और कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की पुलिस से तीखी नोकझोंक भी हुई।
समिति की राष्ट्रीय अध्यक्ष रीता सिंह ने बताया कि पुरुष पुलिस कर्मियों ने महिलाओं के साथ अभद्रता की है जबकि कांग्रेसियों ने मारपीट की। घटना की तहरीर वे थाने में देंगी।
इस बाबत सीओ गौरीगंज नवीन कुमार सिंह ने रीता सिंह के आरोप को निराधार बताया।
उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मियों ने समिति की महिलाओं और कांग्रेसियों को तितर-बितर किया था। पुलिस ने कोई अभद्रता नहीं की है।