चौथी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री पद के लिए चुनाव लड़ रहीं शीला दीक्षित ने बीबीसी से कहा था कि अरविंद केजरीवाल टपक पड़े हैं। इस बारे में अरविंद केजरीवाल ने मुस्कुराते हुए कहा, “जब इन लोगों का काल आता है तो ऊपर से ही कोई टपकता है।”
शीला दीक्षित ने यह भी कहा था कि अरविंद केजरीवाल गाज़ियाबाद से हैं और उन्हें दिल्ली की कोई समझ नहीं है। इसका जवाब देते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा, “इसी भारत से ही हैं ना, कोई पाकिस्तान से तो नहीं हैं। इतना ही बहुत है।”
बीबीसी के साथ हुई विशेष वार्ता में अरविंद केजरीवाल ने यह कहा।
‘पैसे देकर सर्वेक्षण’
आम आदमी पार्टी 4 दिसंबर को होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए पूरा जोर लगा लगा रही है। जब मैं 41 हनुमान रोड पर मौजूद आम आदमी पार्टी के दफ्तर पहुँची तो गट्ठरों में बंधी चुनाव प्रचार सामग्री गाड़ियों पर लाद कर पार्टी कार्यकर्ताओं को सुपुर्द की जा रही थी।
अरविंद केजरीवाल ने कहा, “जिन चुनाव सर्वेक्षणों में आम आदमी पार्टी को कम सीटें दिखाई गई हैं वे अपने फ़ायदे के लिए पैसे देकर कराए गए हैं। ये सर्वेक्षण कुछ टीवी चैनलों ने पैसा खाकर किए हैं।”
अरविंद केजरीवाल का दावा है कि आम आदमी पार्टी को दिल्ली के इन चुनावों में 47 सीटें मिलने वाली हैं।
यह पूछने पर कि इसके क्या प्रमाण हैं कि उन्हें 47 सीटें मिलती दिखाने वाला सर्वेक्षण पैसा देकर नहीं कराया गया है, अरविंद केजरीवाल ने कहा, “हमने अपने सभी शुरूआती आंकड़े वेबसाइट पर डाले हैं आप चाहें तो जांच कर सकते हैं। जो टीवी चैनल हमें कम सीटें मिलती दिखा रहे हैं वह अपने सभी शुरूआती आंकड़े अपनी वेबसाइट पर क्यों नहीं डालते ?”
‘लोकपाल बिल नहीं, प्रभावी लोकायुक्त’
आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने यह भी स्वीकार किया है कि वह दिल्ली विधानसभा चुनाव जीतने के बाद में लोकपाल बिल नहीं ला रहे बल्कि क़ानून बदल कर प्रभावी लोकायुक्त लाएंगे।
यह याद दिलाने पर कि लोकपाल बिल संसद में आ सकता है, विधानसभा में नहीं, उन्होंने कहा, “दिल्ली सकरकार लोकायुक्त बना सकती है। दिल्ली में सरकार बनाने के बाद हम पहला काम यह करेंगे कि हम लोकायुक्त को प्रभावी बनाएंगे।
उन्होंने कहा, “दिल्ली में मौजूदा लोकायुक्त ‘शो पीस’ यानि केवल सजावट की वस्तु से अधिक नहीं है। दिल्ली में लोकायुक्त ने मुख्यमंत्री शीला दीक्षित पर आर्थिक गड़बड़ी की आरोप लगाए थे लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।”
लोकपाल बिल के नाम पर लोगों को गुमराह करने का प्रश्न वह टाल गए।
‘त्रिशंकु विधानसभा की बातें बेकार’
दिल्ली विधान सभा में कुल 70 सीटें हैं। हाल ही में आए कुछ चुनाव सर्वेक्षण आम आदमी पार्टी को दस से 15 सीटें मिलती दिखा रहे हैं।
अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा चुनाव में त्रिशंकु नतीजे आने की बात सिरे से खारिज कर दी। अरविंद केजरीवाल ने कहा, “आम आदमी पार्टी भारी बहुमत से जीत रही है, त्रिशंकु विधानसभा की बातें बेकार हैं।”
आम आदमी पार्टी के दफ्तर में मौजूद कार्यकर्ताओं की बातचीत से दिखता है कि पार्टी पर आर्थिक दबाव है। वहाँ जब एक युवा कार्यकर्ता ने मेट्रो में बाँटने के लिए पार्टी के बैज माँगे तो चुनाव सामग्री वितरित कर रहे व्यक्ति ने कहा, “अभी बैज कम हैं। इस बार पैसे कम आए हैं। मेट्रो में बैज बाँटना मँहगा पड़ेगा। ”
एक अन्य युवा कार्यकर्ता ने जब चिकने कागज़ पर बने रंगीन पैंफलेट माँगे तो उसी व्यक्ति ने जवाब दिया, “एक पैंफलेट 15 रूपए का पड़ता है। हम इसे उड़ाने के लिए नहीं दे सकते।”
‘षड़यंत्र ही तिनके का सहारा’
अरविंद केजरीवाल ने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी आम जनता से जुड़े बिजली, पानी और भ्रष्टाचार के मुद्दों पर चुनाव लड़ रही जबकि कांग्रेस और भाजपा, आम आदमी पार्टी की आलोचना को मुद्दा बना कर चुनाव लड़ रही हैं।
अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि मुद्दों के अभाव में कांग्रेस और भाजपा के पास षड़यंत्र ही तिनके का सहारा बचा है।
दिल्ली में विकास की उनकी क्या योजना है यह पूछने पर उन्होंने कहा, “भ्रष्टाचार ख़त्म करेंगे फिर सारा विकास अपने आप हो जाएगा।”
अपने ऊपर चल रहे चल रहे आपराधिक मामलों पर उन्होंने कहा कि वह अदालत में इनसे निपटेंगे।
शनिवार को आम आदमी पार्टी की कोर कमिटी की बैठक बुलाई हुई। लगभग दो घंटे चली इस बैठक का मुख्य मुद्दा आम आदमी पार्टी की छवि और मीडिया रहा।
अरविंद केजरीवाल का इंतज़ार करते समय मुझसे एक अनाम किशोर पार्टी कार्यकता ने कहा था, “मेरे आपसे एक अपील है। आप ऐसा लिखना जो हमारी पार्टी की सही तस्वीर पेश करे। आजकल मीडिया में कई ग़लत बातें आ रही हैं।”