मुजफ्फनगर दंगाः सपा को घेरने की तैयारी में कांग्रेस
मुजफ्फरनगर दंगा पीड़ित कैंपों का हाल देखने और फिर उत्तर प्रदेश सरकार को बदहाली दूर करने की नसीहत देने के बाद राहुल गांधी यही रुकने वाले नहीं हैं।
बदहाली में जी रहे पीड़ितों के मुद्दे को अब पार्टी तूल देने के लिए तैयार है। इसलिए राहुल गांधी या फिर पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को कड़ी चिट्ठी लिखने की संभावना है। चिट्ठी में अखिलेश को कैंपों में हालात सुधारने की बात कहने के साथ ही इसे लेकर सुझाव दिए जा सकते हैं।
सोमवार को भी राहुल ने कहा कि दंगा पीड़ित कैंपों में एक रोते बच्चे ने बताया कि उसे बहुत डर लगता है। राहुल ने कहा कि हमें ऐसी व्यवस्था बनानी होगी कि किसी को डर न लगे। राहुल के बयानों से सपा और कांग्रेस में तल्खी बढ़ गई है। लखनऊ में मुलायम से लेकर दिल्ली में सपा नेताओं ने राहुल पर चुनावी सियासत करने का आरोप ठोका है तो कांग्रेस ने भी जवाब दिया है कि पार्टी किसी के दर्द पर राजनीति नहीं करती। जो करते हैं वो बौखला रहे हैं।
समाजवादी पार्टी के सियासी हमलों के बावजूद कांग्रेस सूबे में अपना वजूद बनाने के लिए दंगा पीड़ितों के दुख पर आवाज बुलंद करने की तैयारी में है। राहुल के दौरे से इसकी शुरूआत हो गई है। सूत्रों का कहना है कि कुछ दिनों में राहुल या फिर कांग्रेस महासचिव मधुसूदन मिस्त्री इस मसले को राज्य सरकार के सामने उठा सकते हैं।
दरअसल, भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के बढ़ते कदमों से पार्टी यह मान कर नहीं बैठ रही है कि मोदी के आगे बढ़ने से इसका सीधा लाभ केवल कांग्रेस को ही होगा। पार्टी में यह सोच बनी है कि अगर दंगा पीड़ित परिवारों पर कांग्रेस आगे आकर मरहम नहीं लगाएगी तो 2014 की जंग में पार्टी को बड़ा नुकसान हो सकता है।
लिहाजा, राहुल के बाद अब प्रदेश कांग्रेस भी जमीन पर उतरेगी। आंदोलन और धरने प्रदर्शन के कार्यक्रम आयोजित करने रणनीति बन रही है। उधर, सपा भी शांत नहीं है। सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने कहा है कि राहत शिविरों में जाकर राहुल लोगों को गुमराह कर रहे हैं। तो विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि कांग्रेस दर्द पर राजनीति नहीं करते। राहुल गांधी ने लोगों के दर्द पर मरहम लगाया। जिनको जिम्मेदारी निभानी थी, उन्होंने निभाई नहीं।