भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने रविवार को रांची में आयोजित रैली में एक बार फिर केंद्र की यूपीए सरकार को निशाने पर लिया।
मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत झारखंड के महापुरुषों का बखान करते हुए की। मोदी ने सवाल उठाया कि इतनी बड़ी प्राकृतिक संपदा के बावजूद झारंखड गरीब क्यों है।
उन्होंने कहा कि लंबे समय तक झारखंड को अलग राज्य बनाने की मांग उठती रही, लेकिन कांग्रेस की सरकार ने इसपर कभी ध्यान नहीं दिया। मोदी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने अलग झारखंड राज्य का गठन किया।
भाजपा के ‘भावी प्रधानमंत्री’ ने कहा कि झारखंड के साथ-साथ उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ भी अलग राज्य बने। छत्तीसगढ़ के विकास का उदाहरण देते हुए मोदी ने कहा कि छत्तीसगढ़ ने विकास के नए आयाम छुए हैं क्योंकि वहां भाजपा की सरकार है।
उन्होंने कहा कि इसके विपरीत उत्तराखंड और झारखंड विकास की दौड़ में आज तक पिछड़े हुए हैं। मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर इन राज्यों में भी कांग्रेस की सरकार नहीं होती तो वहां भी भरपूर विकास होता। मोदी ने कहा कि कांग्रेस इस देश के लिए बोझ और संकट है।
लोकसभा चुनाव में लोगों से वोट की अपील करते हुए मोदी ने कहा कि 2014 में चुनाव है और झारखंड में लोकसभा की भी 14 सीटें हैं, हमें ये सारी सीटें जीतकर राजनाथ सिंह को देनी है।
‘वादे नहीं, नेक इरादे की जरूरत‘
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार झारखंड का भाग्य नहीं बदल सकती। कांग्रेस केवल वादे करती है जबकि झारखंड को बदलने के लिए वादे की नहीं, बल्कि नेक इरादे की जरूरत है।
मोदी ने कहा कि दिल्ली की सरकार की लकवा मार गया है। कांग्रेस अपना दायित्व नहीं निभा रही है। मोदी ने कहा कि कुछ लोग केवल विकास की आकाशवाणी करके गायब हो जाते हैं।
झारखंड की प्राकृतिक संपदा का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि इस राज्य में भरपूर बारिश होती है, इसके बावजूद यहां के लोगों को पीने का साफ पानी तक नहीं मिलता। इसके लिए कांग्रेस की सरकार जिम्मेदार है।