चौथी जंग पर मनमोहन का करारा जवाब, शरीफ पलटे
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की कश्मीर को लेकर चौथा युद्ध छिड़ने की धमकी का करारा जवाब देते हुए बुधवार को कहा कि पाकिस्तान भारत से कभी कोई जंग नहीं जीत सकता।
डॉ. सिंह ने यह बात नौसेना दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह में कही। उस समय वहां राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी समेत देश का शीर्ष राजनीतिक और सैन्य नेतृत्व भी मौजूद था।
वहीं, अपने बयान के एक दिन बाद बुधवार को ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ अपने बयान से पलट गए। उनके कार्यालय ने मीडिया में आई उस खबर को गलत बताया जिसमें चौथी जंग की बात कही गई थी।
पीएमओ द्वारा जारी बयान में कहा गया कि शरीफ की राय यह है कि पाकिस्तान और भारत के बीच किसी भी विवाद के मुद्दे का हल शांतिपूर्ण तरीके से निकलना चाहिए।
शरीफ ने मंगलवार को पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) की राजधानी मुजफ्फराबाद में ‘आजाद जम्मू-कश्मीर काउंसिल’ को संबोधित करते हुए कहा था कि कश्मीर पर भारत के साथ चौथी जंग कभी भी शुरू हो सकती है।
इससे पहले पाकिस्तान के प्रमुख अखबार डॉन ने शरीफ के हवाले से कहा था कि कश्मीर एक ‘फ्लैशप्वाइंट’ है और किसी भी समय यह दो परमाणु शक्तियों के बीच चौथी जंग की वजह बन सकता है।
रिपोर्ट के अनुसार ‘आजाद जम्मू-कश्मीर काउंसिल’ को संबोधित करते हुए शरीफ ने यह बातें कही। वहीं बाद में शरीफ के कार्यालय से जारी बयान में कहा गया कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कभी इन शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया।
डॉन की खबर बेबुनियाद, और गलत मंशा पर आधारित है। पीएमओ ने मंगलवार रात एक बयान में कहा, काउंसिल में शरीफ के भारत-पाक रिश्तों के बारे में संबोधन की जानकारी दी गई थी लेकिन इसमें चौथी जंग होने का कोई जिक्र नहीं था।
‘भारत ने पाक को हथियारों की होड़ में घसीटा है।’
पीएमओ के मुताबिक बयान में कहा गया, ‘प्रधानमंत्री ने कहा है कि उनका सपना कश्मीर को भारत के कब्जे से आजाद देखने का है और उनका यह सपना उनकी जिंदगी में ही हकीकत बनेगा इसकी उम्मीद है।’
शरीफ ने मंगलवार को अपने संबोधन में कहा कि भारत हथियारों की होड़ में शामिल है। उन्होंने आरोप लगाया, ‘भारत ने पाक को भी हथियारों की होड़ में घसीटा है।’
‘जल्द से जल्द सुलझे कश्मीर मुद्दा‘
हालांकि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने नियंत्रण रेखा पर हालात में सुधार पर संतोष भी जताया। मुजफ्फराबाद में सर्वदलीय हुर्रियत कांफ्रेंस के नेताओं से मुलाकात के दौरान शरीफ ने कहा था कि उनकी इच्छा है कि कश्मीर मुद्दा जल्द से जल्द सुलझे। बयान में शरीफ के हवाले से कहा गया था कि कश्मीर मुद्दे का हल संयुक्त राष्ट्र प्रस्तावों के मुताबिक किया जाना चाहिए।