दिल्ली में सरकार बनाने के लिए आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अरविंद केजरीवाल ने मुश्किल शर्तें रखकर गेंद कांग्रेस और बीजेपी के पाले में डाल दी है। उपराज्यपाल नजीब जंग से मुलाकात के बाद केजरीवाल ने कहा कि मैंने दोनों राष्ट्रीय पार्टियों कांग्रेस और बीजेपी के अध्यक्षों से चिट्ठी लिखकर 17-18 मुद्दों पर उनकी राय मांगी है। उन्होंने कहा कि इन मुद्दों पर दोनों पार्टियों का जवाब मिलने के बाद जनता से राय लेंगे और फिर जनता कहेगी तो सरकार बनाएंगे।
सरकार न बनाने के लेकर कांग्रेस और बीजेपी ‘आप’ को कठघरे में खड़ा कर रही थी। माना जा रहा है कि अरविंद केजरीवाल ने मास्टर स्ट्रोक खेलकर बीजेपी और कांग्रेस को ही बैकफुट पर ला दिया है। उन्होंने मुद्दों पर समर्थन देने की शर्त रखकर सरकार न बनने की स्थिति में ठीकड़ा दोनों पार्टियों पर फोड़ने की रणनीति अपनाई है।
केजरीवाल ने बताया कि चिट्ठी में कहा गया है कि राजनीतिक दल बिना शर्त आम आदमी पार्टी को समर्थन देने के दावे कर रहे हैं, लेकिन राजनीति में बिना शर्त समर्थन दिया नहीं जाता। ऐसे में सोनिया और राजनाथ यह साफ करें कि क्या वे आम आदमी पार्टी के मुद्दों को समर्थन दे रहे हैं।