सट्टेबाजी को कानूनी दर्जा देने के हक में द्रविड़ और CBI
आईपीएल में 66,000 करोड़ रुपए की सट्टेबाजी के अनुमानों के बीच सीबीआई निदेशक रंजीत सिन्हा का कहना है कि इसे कानूनी जामा पहनाने में कोई नुकसान नहीं है।
साथ ही जेंटलमैन गेम के ‘मिस्टर क्लीन’ रहे राहुल द्रविड़ का कहना है कि अगर सट्टेबाजी को कानूनी बनाए जाने से देश में खेलों में भ्रष्टाचार रुक सकता है, तो इस बारे में कदम बढ़ाया जाना चाहिए।
जांच एजेंसी के सम्मेलन में एक सवाल पर सिन्हा ने कहा कि यदि राज्यों में लॉटरी, पर्यटन स्थलों पर जुआ घर, काले धन के बारे में स्वैच्छिक जानकारी देने के लिए सरकारी योजनाएं हो सकती हैं, तो सट्टेबाजी को कानूनी जामा पहनाने से क्या नुकसान होने वाला है।
सिन्हा ने कहा कि इन सभी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए विभिन्न एजेंसियां हैं, फिर भी इन्हें कानूनी छूट दी गई है। उन्होंने कहा कि किसी चीज पर प्रतिबंध की मांग करना आसान है, लेकिन उसे लागू करना बहुत मुश्किल है।
जब राहुल द्रविड़ से यह सवाल किया गया कि क्या वह भी इसके पक्ष में हैं, तो उन्होंने कहा, “अगर इससे भ्रष्टाचार कम करने में मदद मिलती है, तो मैं इसके पक्ष में हूं।”
भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी कर चुके द्रविड़ ने कहा, “भारतीय खेलों में ईमानदारी से जुड़े मामले हैं, जिन पर तुरंत कानूनी दखल देने की जरूरत है। इनमें उम्र से जुड़ा फर्जीवाड़ा, जानबूझकर कमतर प्रदर्शन करना, डोपिंग और सट्टेबाजी में खिलाड़ियों का शामिल होना हैं।”