राहुल की ‘यूथ बिग्रेड’, 82 साल की अमरी मैदान में
राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा दोनों ने दागियों के दम पर जीतने की रणनीति बनाई है। इस चुनाव में जेल में बंद नेताओं के परिजन जनता से वोट मांगेंगे।
देशभर में चर्चित रहे भंवरी देवी यौन शोषण और हत्या के आरोप में जेल में बंद विधायक मलखान सिंह की 82 वर्षीय मां अमरी देवी को टिकट दिया है।
वहीं इसी कांड में जेल में बंद मुख्य अरोपी पूर्व जल संसाधन मंत्री महिपाल मदेरणा की पत्नी लीला मदेरणा भी जनता के बीच जाकर वोट मांगेगी। कांग्रेस का प्रदेश नेतृत्व तर्क दे रहा है कि ये टिकटें जाट और विश्नोई समाज के दवाब में जारी किए गए हैं।
82 वर्ष के दो उम्मीदवार
इस विधानसभा चुनाव में अमरी देवी के साथ कृषि मंत्री हरजीराम बुरड़क भी इतनी ही उम्र के हैं। जानकारी के अनुसार मलखान के पिता पूर्व मंत्री स्वर्गीय रामसिंह विश्नोई का इलाके में काफी प्रभाव रहा है।
मलखान की मां को लूणी से ही टिकट मिला है। शिक्षा की बात की जाए, तो अमरी देवी साक्षर हैं। पिछले चुनाव में कांग्रेस ने बुरड़क का टिकट काट दिया था, तो वे निर्दलीय जीतकर सरकार में शामिल हो गए थे।
इधर, महिपाल मदेरणा राजस्थान के जाट समाज के दिग्गज नेता माने जानेवाले परसराम मदेरणा के पुत्र हैं। परसराम के जन्मदिन समारोह में इस बात के साफ बता दिया गया था कि टिकट उनके परिवार में से किसी को मिलेगा और लीला मदेरणा राजनीतिक वारिस होंगी। लीला को ओसिंया से टिकट मिला है।
दुष्कर्म के आरोप में बंद नागर के भाई को टिकट
कांग्रेस के टिकट बांटने के अंदाज से कहा जा सकता है कि जेल में बंद कांग्रेस के नेताओं की पार्टी में खूब चली है।
सरकारी आवास पर विवाहिता के साथ दुष्कर्म के आरोपी पूर्व खादी राज्य मंत्री बाबूलाल नागर के भाई हजारी लालनागर को टिकट जारी कर दिया गया है। हजारी को दूदू से टिकट मिला है, जहां से बाबू लाल चुनाव लड़ते आए हैं।
कांग्रेस ने इन दागियों को भी दिया टिकट
बेटों और पजिनों को अवैध रूप से खान आवंटित करने के आरोप में मंत्री पद गंवानेवाले भरोसीलाल जाटव, पारस देवी मौत के मामले में चर्चित पूर्व वन राज्य मंत्री रामलाल जाट के साथ देवकीनंदन, प्रकाश चौधरी, सी.एल. प्रेमी और राजेन्द्र सिंह विधूड़ी भी टिकट पाने में कामयाब हो गए हैं।