नई दिल्ली के जाफराबाद में शनिवार सुबह आप पार्टी के कार्यकर्ता अरविंद मलिक उर्फ बिल्लू (35) ने खुद को गोली मारकर जान दे दी। पुलिस को कोई सुइसाइड नोट नहीं मिला है।
शुरुआती जांच के बाद पुलिस पारिवारिक कलह और बेरोजगारी को आत्महत्या का कारण मान रही है, लेकिन परिजन इससे इंकार कर रहे हैं। पुलिस ने लाइसेंसी रिवॉल्वर, लैपटॉप, डायरी और मोबाइल फोन को कब्जे में ले लिया है।
अरविंद गली नंबर-7, अर्जुन मोहल्ला, मौजपुर में रहता था। उसके परिवार में पत्नी सुदेश, बेटा, बेटी, मां शकुंतला व बड़ा भाई अरुण हैं। अरुण आरपीएफ में हेडकांस्टेबल हैं। अरविंद का कुछ समय पूर्व बिल्डिंग मैटेरियल का काम था। उसमें घाटा होने के बाद वह बेरोजगार हो गए।
परिजनों के मुताबिक, अरविंद करीब एक साल से आप पार्टी से जुड़े हुए थे। शनिवार सुबह करीब 8.45 बजे पत्नी सुदेश ने अरविंद को कमरे में चाय दी। इसके बाद अरविंद ने कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। इसके बाद करीब 9.30 बजे परिजनों को उनके कमरे से धमाके की आवाज सुनी।
उनकी भतीजी अंजली और पत्नी खिड़की के रास्ते कमरे में पहुंचे तो अरविंद फर्श पर पड़े थे। उनके सिर से खून बह रहा था। पास ही एक रिवॉल्वर पड़ा था। परिजन उन्हें पास के एक निजी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला है कि रिवॉल्वर अरविंद के महरौली निवासी जीजा योगेंद्र का है। कुछ दिन पूर्व वह उसे घर में भूल गए थे।
अरविंद के रिश्तेदार चौधरी बादल के मुताबिक, अरविंद आप पार्टी को 24 घंटे समय देते थे। वहीं, घटना स्थल पर यह भी चर्चा थी कि कहीं आप का स्टिंग होने के बाद दबाव में तो अरविंद ने खुदकुशी नहीं की।