लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बरेली दंगे के आरोपी मुस्लिम धर्मगुरू मौलाना तौकीर रजा खान से आम आदमी पार्टी के प्रमुख नेता अरविंद केजरीवाल की मुलाकत को लेकर उठा विवाद अभी शांत भी नहीं हुआ था कि अब कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह के साथ रजा एक मंच पर दिख गए। इससे राजनीति एक बार फिर गरमा गई है।
दो दिन पहले तौकीर रजा के भाजपा से संबंध के खुलासे के बाद शनिवार रात दिग्विजय सिंह ने संभल में कल्कि महोत्सव में रजा के साथ मंच साझा किया। कांग्रेस महासचिव नें मंच से रजा की खूब प्रशंसा की और उन्हें एक सच्चा नेता बताया। वहीं रजा ने भी दिग्विजय के तारीफों के पुल बांधे। इस मंच पर एनसीपी नेता तारिक अनवर भी दिखाई दिए।
गौरतलब है कि तौकीर रजा ने ही पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज बुश की हत्या करने और बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन का सिर काटने पर ईनाम देने की घोषणा की थी।
कल्कि महोत्सव का आयोजन धर्मगुरू प्रमोद कृष्णन ने किया था। उन्होंने भी तौकीर रजा को एक अच्छा इंसान बताया और देश में सांप्रदायिकता के खात्मे के लिए उनकी जरूरत बताई। कृष्णन ने कहा कि दंगों में उन्हें गलत तरीके से फंसाया गया था। उन्होंने कहा कि तौकीर रजा गौ हत्या के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन चलाएंगे।
कांग्रेस पहले तौकीर रजा से अरविंद केजरीवाल के मिलने का विरोध कर रही थी लेकिन दिग्विजय के साथ रजा के मंच साझा करने के बाद वह बैकफुट आ गई है। अब अब कांग्रेस सफाई दे रही है कि तौकीर रजा पर लगे आरोप बेबुनियाद हैं और वह केजरीवाल से मुलाकात का सिर्फ इसलिए विरोध कर रही थी कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में मुस्लिम वोट के लिए बरेली के मौलाना से मिलने की उन्हें क्या जरूरत है।