भाजपा की दिल्ली इकाई में बीते कुछ दिनों से जारी दिलचस्प मैच का बुधवार को नतीजा आ गया। पार्टी आलाकमान ने विजय गोयल की दलील दरकिनार करते हुए डॉ. हर्षवर्धन को अपना सीएम पद का दावेदार घोषित कर दिया।
भाजपा के अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा, “सभी विकल्पों पर विचार करने के बाद सर्वसम्मति से फैसला हुआ कि डॉ हर्षवर्धन को आगामी विधानसभा चुनावों में मुख्यमंत्री दावेदार के रूप में पेश किया जाना चाहिए।”
उन्होंने कहा, “कल दिल्ली भाजपा अध्यक्ष विजय गोयल से बातचीत हुई थी और उन्होंने भी कहा कि हर्षवर्धन को दावेदार बनाया जाना चाहिए। हमें विश्वास है कि हम चुनावों में जीत दर्ज करेंगे।”
राजनाथ ने कहा, “मैं हर्षवर्धन को अपनी और संसदीय बोर्ड की तरफ से हार्दिक बधाई देता हूं।”
गोयल के फैसले पर आडवाणी खुश
इस अवसर पर मौजूद पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विजय गोयल, पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह और हर्षवर्धन ने पार्टी के लिए काफी काम किया है।
उन्होंने कहा, “1958 में जनसंघ की शुरुआत से लेकर आज तक देखा है कि आज हमने जो स्थिति प्राप्त की है उसका महत्व देश के लिए है। हमारी राजनीति का आरंभ राजधानी दिल्ली से हुआ उसे मैं भूल नहीं सकता। पहली लोकसभा सीट हमने कहीं जीती तो वह नई दिल्ली से जीती थी। इसके लिए बहुत मेहनत की थी। इससे पहले हमने यूनिवसिर्टी लेवल पर जीत हासिल की थी।”
उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि विजय गोयल ने आज का फैसला स्वीकार कर लिया है।
राजनाथ सिंह ने किया ऐलान
आज सवेरे 11 बजे हुई संसदीय बोर्ड की बैठक में यह फैसला किया गया। बैठक के बाद पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने इसका ऐलान किया।
बैठक से पहले विजय गोयल ने कहा, “मुझे हर्षवर्धन के नाम का ऐलान होने पर हर्ष है। मैं कभी नाराज नहीं था और न ही किसी से मेरे मतभेद हैं।”
कांग्रेस ने चुटकी ली
हालांकि, कांग्रेस ने भाजपा में बीते कुछ दिन से जारी उठापटक पर चुटकी लेते हुए कहा कि भगवा दल में कुर्सी की लड़ाई है, क्योंकि उन्हें सत्ता की भूख है। लेकिन इस बार फिर दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित बनेंगी। उन्होंने कहा, “आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव में शीला दीक्षित की अगुवाई में कांग्रेस ही जीत दर्ज करेगी।”
दिल्ली की सियासत में तेजी से सीढ़ी चढ़ने वाली आम आदमी पार्टी (आप) के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हर्षवर्धन ‘भाजपा के मनमोहन सिंह’ हैं।