दिन भर चली बैठकों के दौर के बाद बुधवार शाम कैबिनेट ने दागी सांसद-विधायक को बचाने वाले अध्यादेश वापस ले लिया।
प्रधानमंत्री के सरकारी निवास पर शाम छह बजे हुई बैठक में यह फैसला किया गया। बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने बताया कि केंद्र सरकार ने अध्यादेश और बिल दोनों को वापस लेने का फैसला किया है।
इससे पहले दागी सांसदों-विधायकों से जुड़े अध्यादेश पर राष्ट्रपति से हुई मुलाकात में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कांग्रेस कोर ग्रुप के फैसले से अवगत कराया, जिसमें इसे वापस लेने की बात कही गई है।
सवेरे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की मुलाकात के बाद कांग्रेस कोर ग्रुप की बैठक हुई, जिसमें इस अध्यादेश को वापस लेने पर सहमति बनी। इसे बाद मनमोहन सिंह, प्रणब मुखर्जी से मुलाकात करने राष्ट्रपति भवन पहुंचे।
इससे पहले राहुल ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात कर इस अध्यादेश को लेकर अपनी राय सामने रखी। इस मुलाकात के कुछ देर बाद कांग्रेस कोर समिति की बैठक हुई।
बैठक में ये फैसला कर लिया गया कि इस अध्यादेश को वापस ले लिया जाए।