यूपी सरकार की एक चिट्ठी से राममंदिर निर्माण को लेकर उठे बवंडर पर प्रमुख सचिव गृह आरएम श्रीवास्तव को मांफी मांगनी पड़ी है।
आनन-फानन में उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर न सिर्फ सार्वजनिक रूप से पत्र में हुई चूक पर माफी मांगी, बल्कि यह भी कहा कि वह खुद भी सजा के लिए तैयार हैं।
आरएम श्रीवास्तव ने बताया कि पत्र में काम के दबाव के चलते कई स्तर पर गड़बड़ियां हुई हैं। उन्होंने कहा, ‘अगर इसके लिए मैं जिम्मेदार हूं तो मैं कार्रवाई का स्वागत करता हूं। मुझे सजा मिलनी चाहिए।’
क्या है पूरा मामला
सियासी गलियारों में बवाल मचाने वाली इस चिट्ठी में सोमनाथ मंदिर की तर्ज पर अयोध्या में राम मंदिर के पुनर्निर्माण पर विचार के लिए फैजाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और जिला मजिस्ट्रेट को बैठक के लिए बुलाए जाने का जिक्र किया गया है।
यूपी सरकार के सचिव सर्वेश चंद्र मिश्र की ओर से जारी चिट्ठी में डीजीपी और दूसरे आला पुलिस अफसरों को सोमवार शाम बैठक में हिस्सा लेने के लिए कहा गया है।
पत्र में कहा गया है कि इस बैठक में ‘सोमनाथ मंदिर की तर्ज पर श्री रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण को लेकर संसद में कानून पारित करने पर’ चर्चा होगी।