यूपी में मोदी ने ‌बदला गियर, ओढ़ा उदारवादी चोला

narendra-modi-5242fd2e4ce24_exlदेश की सियासत में उत्तर प्रदेश की क्या अहमियत है, यह भाजपा को बखूबी पता है। और उसे इस बात का इल्म भी है कि यहां उसकी हालत क्या है। यूपी में भाजपा की पहली चुनावी रैली में नरेंद्र मोदी गरजे, तो उनके जहन में भी यही बात थी।

इस‌लिए उन्होंने किसी को नहीं बख्‍शा। शुरुआत केंद्र की कांग्रेसनीत सरकार से की। लेकिन समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी को भी लपेटते हुए खूब आग उगली। महंगाई, सांप्रदायिक सौहार्द्र और विकास, सभी मुद्दों पर बोले।

लेकिन इस तमाम बमबारी के बावजूद भाजपा के सेनापति ने यहां एक रणनीतिक बदलाव किया। यूपी की संवेदनशीलता का पूरा ख्याल रखते हुए मोदी ने विरोधियों पर हमला बोलते हुए अपना गियर बदला और यह अहसास दिलाते दिखे कि उन्हें उदारवादी छवि से कोई गुरेज नहीं।

हमारी राजनीति विकास कीः मोदी
उन्होंने अपने भाषण में कहा, “कांग्रेस और उसके साथी बंटवारे की राजनीति करते हैं। वह जहां जाती है, बंटवारा करती है। उसने देश को बांटा, समाज को बांटा और जातियों को बांटा। और यह गुर उसने अंग्रेजों से सीखा है।”

मोदी ने कहा, “हम लोगों को जोड़ने की राजनीति करते हैं। हमारा उद्देश्य विकास है। हम चाहते हैं कि हिंदू, अच्छा हिंदू बने और मुसलमान, अच्छा मुसलमान। बौद्ध, अच्छा बौद्ध बने और सिख, अच्छा सिख। और हम सभी मिलकर भारत के विकास के लिए काम करें।”

उन्होंने कहा, “यह जगह गंगा, यमुना और सरस्वती की मिली-जुली संस्कृति के लिए जानी जाती रही है। लेकिन कांग्रेस, सपा और बसपा ने सब तबाह कर दिया है।”

उदारवादी छवि के फायदे?
भाजपा के पीएम पद के दावेदार यह अच्छी तरह जानते हैं कि उनकी हिंदूवादी छवि, उत्तर प्रदेश जैसे राज्य में वोटों का गणित बिगाड़ सकती है।

साथ ही एनडीए का कुनबा बढ़ाने का जिम्मा भी उन पर होगा, क्योंकि उनके नाम के ऐलान के बाद भाजपा के पुराने सहयोगी छिटक रहे हैं। ऐसे में उदारवादी चोला ओढ़कर मुस्लिम वोट बटोरने की कोशिश भी है।

हर चुनाव से पहले कांग्रेस के गुजरात दंगों को भुनाने की कोशिश पर भी मोदी ने निशाना साधा, “हर चुनाव में कांग्रेस एक मंत्र जपने बैठ जाती है। उसका राग है वोटों की राजनीति से जुड़ा।”

उन्होंने कहा, “लेकिन वह यह भूल रही है कि गुजरात की जनता मोदी से हिसाब ले चुकी है और 2012 में उसने मुझे पूरे नंबरों से पास किया है। अब लोकसभा के चुनाव हैं और कसौटी पर केंद्र की सरकार है, जो देश पर दस साल से राज कर रही है।”