विकास और तकनीकी में दूसरे राज्यों के लिए रोल मॉडल कहा जाने वाला गुजरात यूपी को मिली सौगात को अपनाने की तैयारी में है।
यूपी की महिलाओं को ‘नो टू नॉनसेंस’ कहने की शक्ति देने वाली सेवा वीमेन पावर लाइन के मॉडल की धमक अब गुजरात में भी दिखाई देगी।
यूपी में 1090 की सफलता को देखते हुए गुजरात पुलिस यूपी के मॉडल को अपनाने की तैयारी में है। गुजरात पुलिस ने यूपी पुलिस से इस प्रोजेक्ट की डिटेल रिपोर्ट मांगी है। �
1090 सेवा के प्रभारी राघवेंद्र सिंह ने बताया कि कुछ समय पहले आईजी अहमदाबाद मनोज अग्रवाल और उनकी टीम ने वीमेन पावर लाइन का दौरा किया था।
उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार का हेल्प लाइन के बजाय पावर लाइन का कंसेप्ट काफी पसंद आया। शिकायत के बाद फीडबैक लेने की प्रक्रिया की भी उन्होंने तारीफ की।
यह पूरे देश में अपनी तरह की पहली व्यवस्था है जहां पीड़िताओं का 40 दिन के अंदर तीन बार फीड बैक लिया जाता है कि वे कार्रवाई से पूरी तरह संतुष्ट हैं या नहीं। अब गुजरात पुलिस वहां भी 1090 की तर्ज पर पावर लाइन सेवा शुरू करने की तैयारी में है।
फेसबुक पर छेड़खानी करने वालों की भी खैर नहीं
यूपी में फोन पर महिलाओं को परेशान करने वालों के बाद अब फेसबुक और इंटरनेट पर छेड़खानी करने वालों की आफत आएगी। नवंबर के पहले सप्ताह से 1090 का दूसरा फेज शुरू हो जाएगा।
1090 के कर्मचारियों को 15 अक्टूबर के बाद आईटी एक्सपर्ट्स की देखरेख में ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके बाद नवंबर के पहले सप्ताह से महिलाओं से जुड़े साइबर क्राइम के मामलों की शिकायतों का निस्तारण भी 1090 पर शुरू हो जाएगा।
स्कूल-कॉलेजों के पास मनचलों पर भी रहेगी नजर
वीमेन पावर लाइन सेवा जल्द ही इलाके के बीट प्रभारियों के जरिए स्कूल-कॉलेजों के आसपास अराजकता फैलाने वालों को काबू में करेगी। यह व्यवस्था मॉडल के रूप में पहले लखनऊ में शुरू की जाएगी।
प्रभारी राघवेंद्र सिंह ने बताया कि वीमेन पावर लाइन में जिले के सभी स्कूल-कॉलेजों का विवरण जुटाया जा रहा है। ऐसे करीब 650 स्कूल-कॉलेजों का ब्यौरा तैयार किया गया है।
अगर कॉलेज के आसपास महिलाओं व लड़कियों के साथ कुछ भी गलत होता है तो वे बीट प्रभारी के साथ वीमेन पावर लाइन को इसकी सूचना देंगे। इसके बाद वीमेन पावर लाइन उस केस में क्या कार्रवाई हुई, इसको फॉलो करेगा।