चक्रवात ‘फैलिन’ का असर अगले 48 घंटों में उत्तर प्रदेश में भी दिखेगा। प्रदेश के पूर्वी इलाकों में तूफान के असर के चलते 50 से 60 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा के तेज झोंके चलने की संभावना है।
मौसम विभाग ने पूर्वी यूपी के कुछ इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी भी जारी की है। वहीं टूंडला में लोगों ने फैलिन से होने वाली तबाही से बचाने के लिए दुर्गा पूजा महोत्सव स्थलों और घरों पर हवन-यज्ञ कर तूफान की शांति और परिचितों की सलामती के लिए प्रार्थना की।
टूंडला के साथ ही वृंदावन के लोगों ने भी ओडिशा और आंध्र प्रदेश में रहने वाले संबंधियों की खैर-खबर ली।
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक जेपी गुप्त ने बताया कि चक्रवात के असर से सोनभद्र, मिर्जापुर, बनारस, बस्ती समेत पूर्वी यूपी के कई इलाकों और बिहार के सीमावर्ती इलाकों में भारी बारिश की संभावना है।
लखनऊ समेत आसपास के इलाकों में भी छिटपुट बारिश हो सकती है। लखनऊ में अगले 48 घंटों में 20 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चलने का अनुमान है।
आंध्रा-उड़ीसा के तूफान से लड़ेगा वेस्ट यूपी भी
आंध्र प्रदेश और उड़ीसा के तूफान से वेस्ट यूपी और एनसीआर भी प्रभावित होगा। इससे मौसम और विद्युत आपूर्ति प्रभावित होने की संभावना विशेषज्ञों ने जताई है। तीन दिन तक लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
सरदार बल्लभभाई पटेल मोदीपुरम के मौसम वैज्ञानिक डा. एके अहलूवालिया के अनुसार वेस्ट यूपी और एनसीआर के मौसम का हाल तूफान की तीव्रता और इसके जमे रहने पर निर्भर करेगा। शुरूआती आकलन के अनुसार वेस्ट यूपी और एनसीआर में आंधी-बारिश आने की आशंका है।
रविवार से मंगलवार तक तूफान का असर मौसम को प्रभावित करेगा। इसका अलर्ट जारी कर दिया गया है।
पावर कारपोरेशन ट्रांसमिशन के एसई एसपी राम के अनुसार आंध्रा-उड़ीसा के ग्रिड को सप्लाई बंद करने का असर वेस्ट यूपी पर पड़ेगा। यूपी का ग्रिड इससे संवेदनशील जोन में आ गया है।
अब पावर सप्लाई के साथ ही ग्रिड की स्थिति का आंकलन ज्यादा महत्वपूर्ण है। इस पर बारीकी से नजर रखी जा रही है। ऐसे में एक-दो दिन इमरजेंसी ब्रेकडाउन का सामना करना पड़ सकता है।