कृषि मंत्रालय के संयुक्त सचिव स्तर के अधिकारी के. विजय कुमार (57) की पत्नी ने उन पर चाकू से तीन वार किए थे। अधिकारी की आधी से ज्यादा गर्दन कटी हुई थी। दूसरा घाव पेट के नीचे जबकि तीसरा घाव पेट पर है।
पुलिस के अनुसार, पोस्टमार्टम में पता चला है कि अधिक खून बहने से विजय की मौत हुई। जिस बेड पर अधिकारी मृत मिले थे वहां बहुत ज्यादा खून बिखरा हुआ था। वहीं, अधिकारी की पत्नी की मौत दम घुटने से हुई है। वह फांसी के फंदे से लटक गई थी।
पुलिस के अनुसार, शनिवार शाम को अधिकारी व उनकी पत्नी सीथा के परिजनों ने लोधी कॉलोनी श्मशान घाट में दोनों का अंतिम संस्कार कर दिया। घटनास्थल से विजय कुमार की हत्या में प्रयुक्त चाकू मिल गया है।
यह चाकू रसोई में प्रयोग करने वाला है। पुलिस अधिकारियों की थ्योरी के अनुसार, सीथा ने सोते समय चाकू से वार कर विजय की हत्या की। यह इसलिए कहा जा सकता है क्योंकि विजय सोते हुई अवस्था में मृत मिले थे।
विजय की हत्या करने के बाद सीथा ने फांसी लगा ली। पुलिस को मौके से मिले पर चाकू पर खून लगा हुआ है। चाकू पकड़ने से हुए घाव के निशान भी सीथा के हाथ पर हैं।
ऐसे में माना जा रहा है कि उसी ने विजय की हत्या की है। अब सवाल यह उठता है कि पत्नी ने जिस बेरहमी से विजय की हत्या की है, उसकी वजह कोई बहुत ही गहरी हो सकती है।
निजामुद्दीन पुलिस ने शनिवार को अधिकारी की बेटी अरन्या, मामा, नाना और बेटी के दोस्त से पूछताछ की। के. विजय कुमार फूड मिनिस्ट्री में कॉस्टिंग एडवाइजर के पद पर तैनात थे।
बहुत ज्यादा हिंसक हो जाती थी सीथा
पुलिस को शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि कभी-कभी सीथा बहुत ज्यादा हिंसक हो जाती थी। उस समय वह मारपीट करने और हाथ-पैर चलाने में देरी नहीं करती थी।
बेटी ने बताया कि उसकी मां झगड़ा करती रहती थी। माता-पिता के बीच खूब हाथापाई भी होती थी। कुछ पुलिस अधिकारियों का तो यह भी कहना है कि सीथा साइको थी।
पत्नी ने घर में लगवा रखे थे सीसीटीवी कैमरे
पुलिस के अनुसार, सीथा बहुत ही शक्की किस्म की महिला थी। उसे लगता था कि उसकी नौकरानी घर में चोरी करती है। इस कारण उसने घर के सभी कमरों में सीसीटीवी कैमरे लगवा दिए थे।
जब तक नौकरानी घर में रहती थी तब तक कैमरे ऑन रहते थे। हालांकि, उन कैमरों में रिकॉर्डिंग सिस्टम नहीं है। यह भी आरोप है कि सीथा नौकरानी से मारपीट करती थी।
खाना खाने के चार घंटे बाद हुआ मर्डर
खाना खाने के करीब चार घंटे बाद अधिकारी की हत्या हुई है। पोस्टमार्टम में करने वाले डॉक्टरों ने इसकी जानकारी दी। डॉक्टरों का यह भी कहना है कि पहले विजय कुमार की मौत हुई और उसके बाद सीथा की।
12.30 से दो बजे की बीच हुई वारदात
पुलिस के अनुसार, अधिकारी व उसकी पत्नी की मौत बृहस्पतिवार रात करीब 12.30 से दो बजे के बीच हुई है। दोस्त के साथ राजस्थान के नीमराणा घूमने गई बेटी अरन्या ने बताया कि उसकी मां से बृहस्पतिवार रात करीब 12.30 बजे बात हुई थी। हालांकि, बात नॉर्मल तरीके से हुई थी। उसके बाद उसने रात करीब दो बजे फोन किया तो मां ने फोन नहीं उठाया।
ड्राइवर भी खाली हाथ लौट गया था
के. विजय कुमार का ड्राइवर रोज सुबह उन्हें लेने आता था। शुक्रवार सुबह काफी देर तक गेट नहीं खुला तो वह वापस लौट गया था।
सीथा के चेहरे पर नहीं दिखता था तनाव
सीथा संसद भवन के पास स्थित आईडीबीआई बैंक की शाखा में सीनियर मैनेजर थी। शनिवार सुबह बैंक के डिप्टी जीएम आरके शर्मा और गुरुप्रीत कौर काका नगर स्थित पीड़ित परिवार के घर पहुंचे।
वहां उन्होंने बताया कि� सीथा को देखकर यह नहीं लगता कि वह किसी तनाव में थी। वह शुक्रवार को बैंक नहीं गई थी।