नई दिल्ली। सूरत पुलिस ने आसाराम बापू के बेटे नारायण साईं के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी करने के बाद उनकी मां लक्ष्मी देवी और बहन भारती के खिलाफ भी लुकआउट नोटिस जारी किया है। सूरत की जिन दो बहनों ने नारायण और उनके पिता आसाराम के खिलाफ रेप की शिकायत दर्ज कराई थी, उन्होंने दावा अपनी एफआईआर में नारायण की मां और बहन को भी साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया है।
उधर, आसाराम के खिलाफ अब लोगों का गुस्सा फूटने लगा है। आज राजस्थान के जयपुर स्थित आश्रम में लोगों ने जमकर तोड़फोड़ की। लोगों ने बाहर खड़ी गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचाया।
सूरत के पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने रविवार को बताया कि दो पीड़ित बहनों की शिकायतों पर यौन उत्पीड़न, बंधक बनाने और अन्य आरोपों के तहत दो मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें एक आसाराम और दूसरा नारायण साई के खिलाफ है। नारायण साई के खिलाफ जहांगीरपुरा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज हुआ जबकि उनके पिता आसाराम के खिलाफ दर्ज मामले को अहमदाबाद स्थानांतरित कर दिया गया है क्योंकि घटना अहमदाबाद की थी।
अस्थाना ने बताया कि पुलिस जल्द ही इस मामले में नारायण साई से पूछताछ करेगी। सबूत मिलते ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। घटना के वक्त छोटी बहन के नाबालिग होने की आशंका है, यदि ऐसा हुआ तो नारायण सांई पर भी आसाराम की तरह कानूनी शिकंजा कसेगा। बड़ी बहन ने आसाराम पर यौन शोषण का आरोप लगाया है जबकि छोटी बहन ने उनके बेटे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। ये घटनाएं 2001 से 2006 के बीच की बताई जा रही हैं। फिलहाल 75 वर्षीय आसाराम जोधपुर की जेल में बंद हैं।
जहांगीरपुरा थाने में दर्ज शिकायत के मुताबिक, अहमदाबाद आश्रम में वर्ष 2002 से 2007 तक रही 37 वर्षीया बड़ी बहन ने कहा है कि उसके साथ अहमदाबाद आश्रम में आसाराम ने छह साल तक कई बार दुष्कर्म किया। उसकी पत्नी लक्ष्मी व पुत्री भारती उसे लगातार धमकाती थीं व मुंह नहीं खोलने की हिदायत देती थीं। 30 वर्षीया छोटी बहन ने नारायण सांई पर सूरत व बनासकांठा आश्रम में वर्ष 2002 से 2004 तक कई बार दुष्कर्म का आरोप लगाया है। दोनों बहनें आसाराम आश्रम में आयुर्वेदिक दवाएं बनाने के काम से जुड़ी थीं। सूरत के पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने कहा है कि तीन टीमें गठित कर जांच शुरू कर दी गई है।