तोगड़िया-सिंहल अयोध्या आए तो खैर नहीं’
सूबे की सरकार ने संकल्प सभा प्रतिबंधित करने बाद बृहस्पतिवार को विहिप और भाजपा के बड़े नेताओं को भी सख्त चेतावनी दी है।
रामसेवकपुरम्, कारसेवकपुरम्, मठ-मंदिरों समेत सरयू घाटों का दौरा कर प्रमुख सचिव गृह अनिल कुमार गुप्त ने चेतावनी दी।
उन्होंने कहा कि संकल्प सभा में डॉ. प्रवीण तोगड़िया और अशोक सिंहल या कोई भी विहिप-भाजपा का बड़ा नेता आएगा, तो खैर नहीं होगी। उन पर प्रशासन सख्त कार्रवाई करेगा।
आम लोगों को तकलीफ न हो, इसका ध्यान रखते हुए संकल्प सभा करने वालों को सख्ती से रोका जाएगा।
डीजीपी देवराज नागर ने कहा कि संकल्प पत्र की भाषा बेहद आपत्तिनजक है। इससे अमन चैन खराब होने की प्रबल संभावना है, जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
प्रमुख सचिव गृह व डीजीपी के साथ एडीजीपी कानून-व्यवस्था मुकुल गोयल, आईजी लखनऊ सुभाषचंद्र हेलीकाप्टर से दोपहर बाद फैजाबाद स्थिति एयरपोर्ट पर उतरे।
इसके बाद सर्किट हाउस में श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य राममंदिर निर्माण को लेकर विहिप के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की ओर से शुक्रवार को रामसेवकपुरम् में संकल्प सभा के ऐलान पर रोक के मद्देनजर की गई तैयारियों की समीक्षा के बाद जायजा लेने अयोध्या रवाना हुए।
सबसे पहले रामसेवकपुरम्, फिर कारसेवकपुरम् होते हुए राममंदिर न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपालदास व पूर्व सांसद डॉ. रामविलास वेदांती की नजरबंदी का जायजा लेते हुए सरयू के घाटों और सीमाओं पर की गई बैरिकेडिंग देखी।
इस दौरान कमिश्नर संजय प्रसाद, डीआईजी वीडी पॉल्सन, डीएम वीके द्विवेदी, एसएसपी केबी सिंह ने हालात और तैयारी से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया।
शरद पूर्णिमा स्नान प्रतिबंधित नहीं: गृह सचिव
पत्रकारों से बातचीत में प्रमुख सचिव गृह अनिल कुमार गुप्त ने कहा कि विहिप संकल्प सभा के जरिए सूबे में अमन-चैन बिगाड़ना चाहती है।
इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। तोगड़िया और सिंहल से जुड़े सवाल पर कहा कि� इसबार अयोध्या आएंगे तो खैर नहीं होगी, प्रशासन सख्ती से निपटेगा।
संकल्प सभा में किसी को भी शामिल नहीं होने दिया जाएगा। पर्याप्त फोर्स का इंतजाम है। जैसे-जैसे इनपुट आ रहा है, निर्देश दिए जा रहे हैं।
किसी को अमन-चैन बिगाड़ने की इजाजत नहीं जी जाएगी। लगातार गिरफ्तारियां की जा रही हैं। श्रद्धालुओं की दिक्कतों को लेकर बोले कि यहां के लोग जानते हैं कि प्रतिबंध कैसा होता है और सख्ती की जरूरत क्यों पड़ती है।
शुक्रवार को शरद पूर्णिमा स्नान को प्रतिबंधित नहीं किया गया है, मगर इसमें अराजक तत्व घुसकर माहौल न खराब करने पाए, इसे रोकने के लिए घाटों पर बैरिकेडिंग कर सघन जांच के बाद ही स्नानार्थियों को घुसने की इजाजत होगी।
एक लाख सभाओं की मुझे जानकारी नहीं: डीजीपी
डीजीपी देवराज नागर ने कहा कि विहिप की देशभर में एक लाख संकल्प सभाओं की उन्हें जानकारी नहीं है। अयोध्या में प्रतिबंध लगाने की सबसे बड़ी वजह संकल्प पत्र की भाषा है।
अयोध्या की सांस्कृतिक सीमा में मुस्लिम प्रतीक बनाने से रोकने का संकल्प लेना प्रतिबंध लगाने की बड़ी वजह है। श्रीरामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद सुप्रीम कोर्ट में है, संकल्प सभा करना कोर्ट के निर्देशों का उल्लंघन भी है।
रामसेवकपुरम् विहिप की संपत्ति है तब भी अमन चैन के लिए हम वहां आयोजन प्रतिबंधित कर सकते हैं। जिस किसी ने भी इस सभा में आने की हिमाकत की, उसे सख्ती कार्रवाई झेलनी पड़ेगी। पुलिस टीमें लगातार ऐसे लोगों की धरपकड़ कर रही हैं।