जब छींटाकशी पर उतरे कंगारू तब धवन ने इस तरह दिया जवाब
नई दिल्ली। भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच जयपुर के सवाई मान सिंह स्टेडियम में खेले गए दूसरे एक दिवसीय मुकाबले में कंगारू टीम को भारतीय बल्लेबाजों को लय से भटकाने के लिए किए गए प्रयास का खामियाजा उन्हें करारी हार के तौर पर भुगतना पड़ा। ऐसा पहली बार नहीं है जब कंगारू टीम मैच को जीतने के लिए छींटाकशी का सहारा लिया हो। लेकिन इस बार कंगारूओं का यह दांव ही उन पर भारी पड़ गया।
कंगारूओं की ओर से जीत के लिए मिले 360 रनों के पहाड़ सरीखे स्कोर का पीछा करने भारतीय सलामी जोड़ी रोहित शर्मा और विराट कोहली मैदान पर उतरी। दोनों बल्लेबाजों ने संभलकर खेलते हुए 7 ओवर में 39 रन ही बना पाए थे। तेजी से रन जुटाने के लिए 8वां ओवर फेंकने आए क्लिंट मैक्के की पांचवी गेंद को भारतीय बल्लेबाज शिखर धवन ठीक से नहीं खेल सके और यह गेंद फाइन लेग में काफी ऊंची उठ गई । इस कैच को लेने के लिए ऑस्ट्रेलियाई विकेट कीपर ब्रैड हैडिन दौड़ पड़े लेकिन गेंद उनके दस्ताने में आने के बाद छिटक कर जमीन पर गिर गई। इसके बाद तो ऑस्ट्रेलियाई विकेट कीपर ब्रैड हैडिन तो छीटकशी पर उतर आए। इस ओवर की आखिरी गेंद पर धवन ने 1 रन लेकर स्ट्राइक अपने पास रखी।
कंगारूओं के छेड़ने के बाद तो धवन अपने पूराने लय में लौट आए। उन्होंने नौवां ओवर फेंकने आए वाटसन की पहली गेंद को मिड विकेट पर शानदार चौका, दूसरी गेंद पर गली और प्वाइंट के बीच से सीमा रेखा के बाहर चार रनों के लिए और तीसरी गेंद को भी डीप कवर में चार रनों के लिए भेज कंगारू टीम को छीटाकशी का करार जवाब दिया। इसके बाद तो शेन वाटसन और ब्रैड हैडिन भारतीय बल्लेबाज शिखर धवन से छींटाकशी करते रहे। एक समय तो ऐसी स्थिति आ गई जब वाटसन को भारतीय बल्लेबाज शिखर धवन से बहस करते देख अंपायर को बीच बचाव करना पड़ा। लेकिन धवन भला कहां मानने वाले थे उन्होंने बल्ले से कंगारूओं की खबर लेनी शुरू कर दी। इसका यह असर हुआ कि जहां भारतीय टीम मजबूत स्थिति में पहुंच गई वहीं शिखर धवन देखते ही देखते शतक के करीब पहुंच गए। लेकिन 27वें ओवर फेंकने आए जेम्स फॉक्नर की पहली गेंद पर धवन शॉट लगाने के चक्कर में ऑस्ट्रेलियाई विकेट कीपर ब्रैड हैडिन को कैच थमा पवेलियन लौट गए।
धवन की इस शानदार अर्धशतकीय (95, रन, 86 गेंद, 11 चौका) पारी की बदौलत ही टीम इंडिया से दबाव हट गया था। बाकी की कसर भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली और रोहित शर्मा ने कंगारू आक्रमण की धुनाई कर छीटाकशी की भरपाई की।